किसी ने प्यार में तो किसी ने बदले में उठाई बंदूक, जानिए फूलन देवी और बाकी दस्यु सुंदरियों की कहानी
(25 जुलाई को फूलन देवी की डेथ एनिवर्सरी है। 25 जुलाई 2001 को डकैत से सांसद बनी फूलन देवी की हत्या कर दी गई थी। mp.patrika.com सीरिज के तहत आपको बता रहा है चंबल के और डकैत और फूलन देवी से जुड़े रोचक किस्से। )
(25 जुलाई को फूलन देवी की डेथ एनिवर्सरी है। 25 जुलाई 2001 को डकैत से सांसद बनी फूलन देवी की हत्या कर दी गई थी। mp.patrika.com सीरिज के तहत आपको बता रहा है चंबल के और डकैत और फूलन देवी से जुड़े रोचक किस्से। )
भोपाल। सुनसान पहाडिय़ों के बीच बंदूक की धाय और फिर लंबा अट्टाहस... यह किस्सा केवल शोले फिल्म में ही नहीं बल्कि मप्र में भी हुए हैं। डकैत और उनके किस्से लंबे समय से प्रदेश को चर्चा में बनाएं रखे हैं। लेकिन इन किस्सों से भी ज्यादा दिलचस्प है उन डकैतों की प्रेम कहानियां। जिनकी नायकाओं ने अपने प्यार की खातिर तो कभी बदले की खातिर बंदूक थामी। ये जितनी खूबसूरत थीं उससे कहीं ज्यादा खतरनाक। जानिए मप्र की ऐसी ही चर्चित खूबसूरत महिला डकैतों की कहानी...
फूलन देवी को कौन नहीं जानता। इनके ऊपर फिल्म बैंडिट क्वीन बनायी गई थी। सामूहिक नरसंहार के बाद कुख्यात हुई बैंडिट क्वीन फूलन देवी पर अब तक की महिला डकैतों में सबसे ज्यादा इनाम था। अपने साथ हुए सामुहिक दुराचार के बाद बदला लेने के लिए डकैत बनी फूलन की कहानी सबको आर्कषित करती है। फूलन पर दो राज्यों ने 1.5 लाख इनाम रखा था।
चंबल में यूं तो कई डकैतों के किस्से आज भी गूंजते हैं लेकिन पुतलीबाई को चंबल की रानी कहा जाता है। शादियों और खुशी के मौकों पर नाचने-गाने वाली खूबसूरत पुतलीबाई पर सुल्ताना डाकू की नजर पड़ी और वह उसे जबरन गिरोह के मनोरंजन के लिए नृत्य करने के लिए अपने पास बुलाने लगा। धीरे-धीरे दोनों में प्रेम हो गया। इसके बाद पुतलीबाई अपना घर बार छोड़ कर सुल्ताना के साथ बीहड़ों में रहने लगी।
निर्भय सिंह गुज्जर की मौत के बाद सरला जाटव ने ही उसके गिरोह की कमान संभाली थी। बताय जाता है कि महज 11 साल की उम्र में ही सरला का अपहरण कर लिया गया था। वह निर्भय सिंह गुज्जर के साथ ही रहती थी। जीन्स और रे-बैन गॉगल्स की शौकीन सरला को पुलिस के मुखबिरों ने पहचान लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इन नामों के चर्चे थे
अनीसा बेगम किसी पहचान की मोहताज नहीं है। मप्र पुलिस उनके नाम से भी कांपती थी। अनीसा की खासियत थी कि वह कोई भी हथियार चला सकती थी। अनीसा बेगम ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के इलाकों में कई डकैतियों को अंजाम दिया।
सीमा परिहार, बिग बॉस के सीजन में आने के बाद देश के तमाम लोग सीमा परिहार को पहचानने लगे थे। लेकिन उनकी असली पहचान मशहूर डकैत के रूप होती है। दस्यु सरगना लालाराम सीमा परिहार को उठा कर बीहड़ में लाया था। बाद में लालाराम ने गिरोह के एक सदस्य निर्भय गुर्जर से सीमा की शादी करवा दी, लेकिन दोनों जल्दी ही अलग हो गए।18 मई, 2000 को पुलिस मुठभेड़ में लालाराम के मारे जाने के बाद 30 नवंबर, 2000 को सीमा परिहार ने आत्मसमर्पण कर दिया था।