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फूलनदेवी के हत्यारे ने करोड़पति लड़की से कर ली शादी, दहेज़ में जो मिला जानकर हैरान रह जाएंगे आप

दस्यु सुंदरी एवं समाजवादी पार्टी की सांसद फूलन देवी पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने वाले शेर सिंह राणा ने शादी रचा ली है। उम्र कैद की सजा

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भोपाल

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Manish Geete

Feb 24, 2018

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भोपाल। दस्यु सुंदरी एवं समाजवादी पार्टी की सांसद फूलन देवी पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने वाले शेर सिंह राणा ने शादी रचा ली है। उम्र कैद की सजा के बाद वे अब जमानत पर हैं। खास बात यह है कि 10 करोड़ की लागत वाली भारत की इकलौती खदान को उन्होंने ठुकरा दिया और मात्र चांदी का सिक्का लेकर बेटी को अपना लिया।


शेरसिंह ने दो दिन पहले मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के पूर्व विधायक की बेटी को जीवन संगिनी बना लिया। उम्रकैद की सजा काटने के बाद जमानत पर रिहा हुए राणा ने इस शादी में एक बड़ा संदेश दे दिया। उन्होंने दहेज में मिलने वाली 10 करोड़ कीमत की खदान और शगुन में मिल रहे 31 लाख रुपए को ठुकराते हुए सिर्फ चांदी का सिक्का ही लिया।


2008 में विधायक थे बेटी के पिता
छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा से सन 2008 में विधायक रहे राणा प्रताप सिंह बुंदेला की बेटी से शेरसिंह ने शादी की है। प्रतिमा की मां संध्या राजीव बुंदेला है, जो छतरपुर में रहती हैं।

एक इच्छा रह गई अधूरी
इससे पहले शेर सिंह राणा अपनी शादी शांतिकुंज में करना चाहते थे, लेकिन किसी कारण से उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी।


पॉलीटिकल साइन्स में MA है प्रतिमा
प्रतिमा ने पॉलीटिकल साइन्स में MA किया है। प्रतिमा की मां संध्या राजीव बुंदेला छतरपुर के घुवारा नगर पालिका अध्यक्ष हैं। वे क्षत्रिय महासभा से जुड़ी हैं। कुछ समय पहले ग्वालियर में क्षत्रिय महासभा का एक कार्यक्रम भी हुआ था। इसमें शेरसिंह भी आए थे। इसी कार्यक्रम में संध्या ने शेरसिंह को पहली बार देखा था। इसी दौरान संध्या ने राणा को प्रतिमा के लिए पसंद कर लिया था।


2001 में फूलन की हत्या की थी
25 जुलाई 2001 में दिल्ली के अशोका रोड पर तत्कालीन समाजवादी पार्टी (एसपी) की सांसद फूलन देवी की गोलियों से भूनकर हत्या शेरसिंह राणा फरार हो गया था। उसके बाद देहरादून के प्रेस क्लब में शेर सिंह और उनके दोस्तों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। शेर सिंह राणा ने बेहमई हत्याकांड में मारे गए 22 ठाकुरों की हत्या का बदला लेने के लिए फूलन देवी की हत्या करने की बात कही थी।

तिहाड़ जेल से भाग गया था शेरसिंह
कोर्ट ने फूलन देवी की हत्या के आरोप में शेरसिंह राणा को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद 2004 में वो नाटकीय तरीके से देश की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली दिल्ली की तिहाड़ जेल से फरार हो गया था।


पृथ्वीराज चौहान की समाधि की मिट्टी लाया
इसके बाद शेरसिंह रामा ने तिहाड़ जेल से भागकर रांची निवासी संजय गुप्ता के नाम पते पर जाली पासपोर्ट बनवाया और वह बंगलादेश, दुबई के रास्ते अफगानिस्तान पहुंच गया। यहां पर पृथ्वीराज सिंह चौहान की समाधि है, जिसकी बुरी तरह से दुर्दशा हो रही है। वह उस समाधि की मिट्टी लेकर भारत आया था। यह कई कार्यक्रमों में शेरसिंह दावा करता है।

चुनाव भी लड़ा
इस बीच शेरसिंह राणा सन 2012 में उत्तरप्रदेश के जेवर से निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुका है। लेकिन वह हार गया था।

2017 में हुई जमानत
काफी समय बाद शेरसिंह की फिर से गिरफ्तारी हो गई। इसके बाद वह फिर से दिल्ली की तिहाड़ जेल पहुंच गया, जहां 2017 में उसे जमानत मिल गई।

-शेरसिंह का जन्म 17 मई 1976 को उत्तराखंड के रुड़की में हुआ था।
-शेरसिंह ने अंतिम हिन्दू सम्राट कहे जाने वाले पृथ्वीराज चौहान की अफगानिस्तान के गजनी में रखी हुई अस्थियों को भारत लाने का दावा किया है।