मध्यप्रदेश के 4 चरणों में वोटिंग
29 अप्रेल 74.88%
06 मई 69.14%
12 मई 65.24%
19 मई 75.53%
उधर, सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर 64.26 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 75.53 और बिहार में सबसे कम 53.86 प्रतिशत वोट पड़े। प्रदेश की आठ सीटों में देवास में सबसे ज्यादा 79.46, जबकि इंदौर में सबसे कम 69.56 फीसदी वोट पड़े। इधर मॉकपोल और मतदान के दौरान 414 मतदान केंद्रों पर 556 ईवीएम खराब हुई।
भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या
वोट डालने को लेकर हुए विवाद में इंदौर के हातोद में भाजपा कार्यकर्ता नमीचंद्र तंवर (60) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली के छर्रे लगने से पत्नी और बेटा घायल हो गए। पुलिस घटना में शामिल अरुण शर्मा उर्फ पहलवान, उसके बेटे पंकज व नवीन की तलाश कर रही है। अरुण कांग्रेस से जुड़ा है। तनाव के चलते गांव में पुलिस फोर्स तैनात है।
पोलिंग एजेंट और बीएलओ की मौत
मतदान के दौरान शाजापुर में पीठासीन अधिकारी अनिल नेमा, झाबुआ में पोलिंग एजेंट रमेश धामनिया, कुक्षी में बीएलओ व उज्जैन में एक कर्मचारी बने सिंह की मौत हो गई। रतलाम में एक महिला मतदाता की भी मौत हो गई।
मध्यप्रदेश में मोदी लहर, कर्जमाफी और न्याय का कांगे्रस को लाभ नहीं
पूरे देश की तरह ही मध्यप्रदेश में भी एग्जिट पोल मोदी लहर के संकेत दे रहे हैं। अधिकतर एग्जिट पोल यहां 2014 के ही आंकड़े दोहराते दिख रहे हैं। 2014 में भाजपा को 27 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। सभी एग्जिट पोल का औसत निकालें तो भाजपा को 24 से 25 सीटें मिल रही है, वहीं कांग्रेस को 5 से 6 सीट पर संतोष करना पड़ सकता है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसान कर्जमाफी लागू करके लोगों को लुभाने की कोशिश की तो घोषणा पत्र में भी न्याय योजना का दांव लेकर आई, लेकिन मप्र में मोदी की लहर के आगे सब फीके नजर आ रहे हैं। एग्जिट पोल पर सीएम कमलनाथ ने कहा कि 23 मई को हकीकत सामने आ जाएगी। कांग्रेस की सीटें बढ़ेंगी। वहीं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरे देश में मोदी की लहर नहीं बल्कि सुनामी चल रही है।