19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

समाज के ज्वलंत मुद्दों को एकांकी और माइम के माध्यम से किया पेश

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में यूथ फेस्ट के दूसरे दिन हुई गायन और माइम की प्रस्तुतियां  

3 min read
Google source verification
समाज के ज्वलंत मुद्दों को एकांकी और माइम के माध्यम से किया पेश

समाज के ज्वलंत मुद्दों को एकांकी और माइम के माध्यम से किया पेश

भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में चल रहे यूथ फेस्ट के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने एकल-समूह गायन की विभिन्न विधाओं में अपना टैलेंट दिखाया। माइम के माध्यम से जहां स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने किसान और समाज के ज्वलंत मुद्दों को उठाया तो एकांकी के माध्यम से समाज पर प्रहार किया।

औब्दुल्लागंज के वीर सावरकर कॉलेज के स्टूडेंट्स ने समूह गायन में प्रस्तुति की शुरुआत कजरी से की। जिसके बोल थे रिमझिम बरसे पनिया झूले राधा... से की। वहीं, देशभक्ति गीत में उठो जवान देश के वसुंधरा पुकारे... पेश कर श्रोताओं में देशभक्ति का जोश भर दिया। इसके बाद होशंगाबाद के नर्मदा कॉलेज के स्टूडेंट उदित नारायण ने शास्त्रीय गायन पेश किया।

उन्होंने राग मुल्तानी में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल और तराना कवन देश गए... की प्रस्तुति दी। अगली कड़ी में होशंगाबाद के होम साइंस कॉलेज के ग्रुप ने लोक गायन में म्हारे माथे का झूमर झोला जाए रे..., सुगम गायन में रानी सांगुले ने गजल अपनी तस्वीर को आंखों से लगाता क्या है... और देशभक्ति गीत नई जिंदगी है नई है सदाएं... सुनाकर श्रोताओं को आनंदित कर दिया।

शास्त्रीय से लेकर वेस्टर्न सॉग्न्स का चला दौर

इसके बाद महात्मा गांधी कॉलेज, सीहोर की उमा वर्मा राग यमन में बड़ा ख्याल पेश किया। जिसके बोल मेरा मन और छोटा ख्याल में भज मन करुणा... सुनाकर अपने अभ्यास से रू-ब-रू कराया। वहीं, लोक गीत में चल बावड़ी में पानी सैया और गजल में बेकरारी सी बेकरारी है, दिन भी भारी था रात भी भारी है... पेश किया।

समूह गायन में देशभक्ति गीत चली रे चली रे आज पूरवा अपने देश प्रेम की... सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। अगली कड़ी में नरसिंहगढ़ के स्टूडेंट्स ने समूह गायन में देशभक्ति गीत जय जय राष्ट्र निशान और लोक गीत मेरे अंगना में रुण चूण जाए... की प्रस्तुति दी।

विदिशा के गल्र्स कॉलेज ने समूह गायन में अनोखा देश है मेरा..., लोक गीत में पूछो नार नवेली सुनाया तो रीना पाल ने नैनो की ये सूनी गगरी... गीत पर प्रस्तुति दी। इसके बाद नूतन कॉलेज की पारुल वर्मा ने गजल उम्र भर पछताओगे और समूह लोक गायन में केसरिया बालम हमार पधारो म्हारे देश..., देशभक्ति गीत सारे जहां से अच्छा... सुनाया। राजगढ़ से आए तुषाग्र नागर ने वेस्टर्न सॉन्ग्स की शृंखला में नेवर बी अलोन पेश किया तो बीएसएसएस कॉलेज के गु्रप ने एल्फा एण्ड ओमेगा और लीव टू लव... जैसे गीतों की प्रस्तुति दी।

पब्जी एडिक्शन बढ़ा रहा स्ट्रेस

राजगढ़ कॉलेज के 5 सदस्यीय ग्रुप ने माइम की प्रस्तुति में पब्जी से यूथ पर इफेक्ट विषय पर माइम की प्रस्तुति दी। उन्होंने दिखाया कि पब्जी एडिक्शन यूथ में स्ट्रेस बढ़ रहा है। वहीं, एक चिठ्ठी शीर्षक से एकाकी प्रस्तुति दी। इसमें दिखाया कि एक बूढ़े मां-बाप को एक दिन बेटी की चिट्ठी आती है। वे पूरे गांव से चिट्टी पढऩे को कहते हैं, लेकिन हर कोई इंकार कर देता है। अंत में उन्हें पता चलता है कि उनका बेटा शहीद हो चुका है।

वहीं, हरदा कॉलेज स्टूडेंट्स ने माइम में सोल्जर लाइफ शीर्षक के माध्यम से दिखाया कि सेना के जवान अपना परिवार छोड़कर देश की रक्षा करते हैं। इसके बाद ग्रुप ने एकांकी में वो गांव जिसका कोई नाम नहीं लेता शीर्षक से महिला अत्याचार और शोषण के मुद्दे को उठाया। औब्दुल्लागंज के ग्रुप ने विडंबना प्रस्तुति में किसानों की भूखमरी और कर्ज तले दबे होने के मुद्दे को उठाया तो माइम में सेना की वीरता को प्रदर्शित किया।