फेस्टिव सीजन: घर पर त्योहारों में कितना मिलावटी सामान खाते हैं आप
अगर आप दिवाली की मिठास को बनाए रखना चाहते हैं, तो थोड़ा संभल जाएं, क्योंकि मिलावटखोर इस मिठास में कड़वाहट घोल सकते हैं। त्योहारी सीजन आते ही मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी भी लोगों को दूध से बने पदार्थ खरीदते समय सावधानी बरतने की नसीहत दे रहे हैं।
भोपाल। अगर आप दिवाली की मिठास को बनाए रखना चाहते हैं, तो थोड़ा संभल जाएं, क्योंकि मिलावटखोर इस मिठास में कड़वाहट घोल सकते हैं। त्योहारी सीजन आते ही मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी भी लोगों को दूध से बने पदार्थ खरीदते समय सावधानी बरतने की नसीहत दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी-सी सतर्कता बरती जाए तो खाद्य पदार्थों में मिलावट का आसानी से पता चल सकता है और इनकी जांच घर बैठे ही की जा सकती है।
पनीर
यह होती है मिलावट- स्टार्च की मिलावट होती है। इससे पनीर की रंगत निखर जाती है।
ऐसे करें पहचान- पनीर को पानी में उबालकर ठंडा कर लें। इसके बाद इसमें थोड़ा-सा आयोडीन सॉल्यूशन डालें, नीला रंग स्टार्च की मिलावट साबित कर देगा।
मावा
ऐसे होती है मिलावट- वजन बढ़ाने के लिए मावे में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, आलू और मैदा मिलाया जाता है।
ऐसे करें पहचान- मावे पर टिंचर आयोडीन की कुछ बूंदे डालें। अगर मावे का रंग नीला या काला हो जाए तो मावा मिलावटी है। शुद्ध होने पर मावे का रंग लाल रहेगा।
दूध
यह होती है मिलावट- अक्सर डिटर्जेंट, पानी और यूरिया मिलाया जाता है। सिंथेटिक दूध खतरनाक होता है।
ऐसे करें पहचान- आधे कप दूध में पानी डालें। झाग निकले तो मिलावट हो सकती है। दूध की एक बूंद को अंगुलियों में रगड़ें। साबुन जैसी चिकनाहट हो तो दूध सिंथेटिक हो सकता है।
घी
यह होती है मिलावट- इसमें आलू, आरारोट और रिफाइंड ऑइल आदि मिलाया जाता है।
ऐसे करें पहचान- एक चम्मच घी में कुछ बूंदें हाइड्रोक्लोरिक एसिड और चीनी मिलाएं। 5 मिनट बाद रंग लाल या गुलाबी हो तो मिलावट है। टिंचर आयोडीन के टेस्ट में स्टार्च की मिलावट से नीला रंग आता है।
मिर्च पावडर
यह होती है मिलावट- ईंट का बारीक चूरा मिलाया जाता है। नमक या फिर टैल्कम पावडर भी मिलाया जाता है।
ऐसे करें पहचान- मिर्च पावडर को पानी भरे गिलास में डालें। ईंट का चूरा नीचे बैठ जाएगा। वहीं पानी का रंग लाल हो जाए तो समझ लें कि मिर्च में मिलावट है।
हींग
यह होती है मिलावट- हींग में चाक, आटा, साबुन या गोंद मिलाई जाती है।
ऐसे करें पहचान- हींग के एक टुकड़े पर आग लगाएं। अगर कपूर की भांति जले तो समझें कि हींग सौ फीसदी शुद्ध है।
हल्दी
यह होती है मिलावट- लकड़ी का बुरादा मिलाया जाता है। कई बार लेड क्रोमेट धातु भी मिला देते हैं।
ऐसे करें पहचान- सांद्र हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। गुलाबी रंग आए, तो उसमें पानी डालें। उसके बाद भी रंग न बदले, तो मिलावट है।
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काली मिर्च
यह होती है मिलावट- काली मिर्च में पपीते के बीज मिलाए जाते हैं।
ऐसे करें पहचान- काली मिर्च को एल्कोहल (रेक्टिफाइड स्पिरिट) में डालें। काली मिर्च नीचे बैठ जाएगी, पपीते के बीज व लाइट ब्लैक पेपर ऊपर तैरने लगेंगे।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
खाद्य सामग्री में मिले रसायन कैंसर, दिमाग की बीमारी , तंत्रिका तंत्र की खराबी, नपुंसकता, त्वचा रोग, एलर्जी, नवजात बच्चों की मृत्यु और महामारी जैसी घातक बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं। अब इतने बड़े स्तर पर मिलावट होने की संभावना कम है।
डॉ. पंकज शुक्ला, पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी