
भोपाल। माह को लेकर शहर में तैयारियां शुरू हो गईं। शहर काजी की सदारत में चांद देखने वाली रूहते हिलाल कमेटी की बैठक 16 मई को मोती मस्जिद में होगी। चांद नजर आते ही शहर का बड़ा हिस्सा इबादत में डूबा नजर आएगा। मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ बढ़ जाएगी। इबादत में ज्यादा से ज्यादा समय दे सके इसके लिए लोगों ने सामान खरीदारी अभी से शुरू कर दी है, वहीं इफ्तार और सेहरी में खाने पीने के कई सामान बाजार में हैं। इनमें खजूर की मांग सबसे ज्यादा है।
चांद नजर आने के बाद तीस दिन रोजे रखे जाएंगे। उसके बाद ईद मनाई जाएगी। रमजान की तैयारी के लिए उलेमा ने लोगों को हिदायत दी है। मौलाना मंसूर आलम जामई के मुताबिक सुबह सहरी, शाम को इफ्तार करने का नाम रोजा रखना नहीं है। बुरी आदतों से तौबा करने को रोजा कहते हैं। उन्होंने बताया कि न जुबां से किसी को बुरा कहें, न दिमाग में कोई बुराई उपजे, न ही कान से किसी की बुराई सुने और न उस तरफ कदम बढ़ाए जो बुराई की तरफ ले जाता हो। इन सभी का पालन करना सही मायने में रोजा है, लोग इनका एहतराम करें।
इस रमजान हो सकते हैं 5 शुक्रवार
इबादत को ये महीना तो वैसे ही खास है लेकिन इस बार ये और भी खास बन सकता है। दरअसल इस बार पांच शुक्रवार यानि जुमा इस माह हो सकते हैं। अगर तीस रोजे पूरे हुए तो जुमातुल विदा पर ये महीना खत्म होगा। शनिवार को ईद होगी।
खाने में दाल चावल और शरबत
बोहरा समाज मंगलवार को पहला रोजा रखेगा। भीषण गर्मी के बीच इस बार रमजान का महीना होगा। इसमें खाने पीने को लेकर विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। बोहरा समाज ने तो तो खाने पीने का एक मैन्यू ही जारी कर दिया। बोहरा समाज के धर्म गुरू की ओर से जारी इस मैन्यू के तहत शाम को इफ्तार में फल, फ्रूट ज्यूस, फालूदा, शिकंजी, शरबत आदि ले सकते हैं। वहीं खाने में दाल चावल होगा। समाजजनों को दिनभर के रोजे के बाद शाम को तली गली चीजें और कोल्ड ड्रिंक से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
Published on:
15 May 2018 07:35 pm
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