पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं था। एक बार पार्क में खेलते समय पीडि़ता ने सहेली को आपबीती सुनाई। सहेली ने घर जाकर मां को बताया। महिला ने घटना की जानकारी पड़ोसी को दी। पड़ोसी ने मदद के लिए चाइल्ड लाइन से संपर्क किया। चाइल्ड लाइन और पुलिस टीम ने साझा कार्रवाई करते हुए बच्ची को दरिंदों के चंगुल से निकाला।
चाइल्ड लाइन की अर्चना सहाय ने बताया कि टीम जब पहुंची तब डरी हुई बच्ची बेड के नीचे सिसक रही थी। कार्रवाई के एक घंटे पहले भी उसके साथ दुष्कर्म हुआ था। पुलिस ने फूफा सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीडि़ता की आपबीती उसी की जुबानी-
मैं चार साल की थी तब मां की कैंसर से मौत हो गई। 6 महीने बाद पापा को सांप ने डंस लिया। हम चार बहने हैं। मैं जब 9 साल की हुई तो घर वालों ने हम सभी बहनों को एक-एक बुआ के यहां भेज दिया।
मैं चार साल की थी तब मां की कैंसर से मौत हो गई। 6 महीने बाद पापा को सांप ने डंस लिया। हम चार बहने हैं। मैं जब 9 साल की हुई तो घर वालों ने हम सभी बहनों को एक-एक बुआ के यहां भेज दिया।
मैं भोपाल वाली बुआ के घर आ गई। कुछ दिन ठीक रहा। एक दिन फूफा मुझे चॉकलेट देने के बहाने ले गया और मेरे साथ गंदा काम किया। उसके बाद लगातार गंदा काम करते रहे। मना करने पर धमकाने लगा। एक दिन यह सब पड़ोस के राहुल ने देख लिया। उसने भी मेरे साथ गंदा काम शुरू कर दिया।
बुआ को बताया तो बोली तुम पागल हो
मासूम पांचवीं में पढ़ती है। ज्यादती की शिकायत करते हुए उसने एक दिन अपनी बुआ से कहा, फूफा मेरे साथ गलत हरकत करते हैं। बुआ ने धमकाते हुए कहा, चुप कर वो ऐसा नहीं कर सकते। तुम पागल हो गई हो। इसके बाद वह टूट गई और फिर किसी से कुछ नहीं कहा।
मासूम पांचवीं में पढ़ती है। ज्यादती की शिकायत करते हुए उसने एक दिन अपनी बुआ से कहा, फूफा मेरे साथ गलत हरकत करते हैं। बुआ ने धमकाते हुए कहा, चुप कर वो ऐसा नहीं कर सकते। तुम पागल हो गई हो। इसके बाद वह टूट गई और फिर किसी से कुछ नहीं कहा।
छत से फेंक देने की धमकी
आरोपी मासूम को धमकी देते थे कि किसी को बताया तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे। ज्यादा बोलोगी तो तुम्हें छत से फेंक देंगे। तुम्हारी लाश भी कोई ढ़ूंढ़ नहीं पाएगा। तुम्हारा कोई पता नहीं लगा सकेगा। मासूम का फूफा मंडीदीप में काम करता है। 19 वर्षीय पड़ोसी राहुल रायसेन रोड स्थित एक कॉलेज से डिप्लोमा कर रहा है। वहीं 12 साल का किशोर आठवीं में पढ़ता है।
आरोपी मासूम को धमकी देते थे कि किसी को बताया तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे। ज्यादा बोलोगी तो तुम्हें छत से फेंक देंगे। तुम्हारी लाश भी कोई ढ़ूंढ़ नहीं पाएगा। तुम्हारा कोई पता नहीं लगा सकेगा। मासूम का फूफा मंडीदीप में काम करता है। 19 वर्षीय पड़ोसी राहुल रायसेन रोड स्थित एक कॉलेज से डिप्लोमा कर रहा है। वहीं 12 साल का किशोर आठवीं में पढ़ता है।