
भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय वन मेले में 12 देशों के प्रतिनिधि और वैज्ञानिक हिस्सा लेने यहां आए हैं। इसमें इंडोनेशिया और फिलीपिंस पहली बार शिरकर कर रहे हैं। प्रदेश सहित कई राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों से मेले में जुडी-बूटी तथा विभिन्न तरह के वनोत्पाद लेकर आए समितियों और वैद्यों के लिए करीब तीन सौ स्टाल बनाए गए हैं। इन स्टालों पर वैद्यों और डॉक्टरों के जरिए मरीजों की नाड़ी देखने तथा विभिन्न तरह की बीमारियों की जांच-पड़ताल करने के लिए ओपीडी की भी व्यवस्था की गई है। तमाम तरह की दवाइयों के लिए स्टाल भी लगाए गए हैं।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय वन मेले की थीम लघु वनोपज से आत्मनिर्भरता है। यहां डाबर, वैद्यनाथ, बाबा रामदेख की पलंजलि कंपनी सहित कई आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधि जड़ीबूटियां संग्रहणकर्ताओं से करार करेंगी। वन मेले में पूर्व में 14 करोड़ रुपए के करारनामे हुए थे। इस वर्ष भी करारनामे 25 करोड़ तक पहुंचने की आशा है।
मेले में लगाई चीता की फिल्म प्रदर्शनी
मेले में आने वाले लोगों को चीते के बारे में जानकारी देने के लिए वाइल्ड लाइफ मुख्यालय ने एक फिल्म प्रदर्शनी तैयार की है। इसमें उसके व्यवहार, उसकी विशेषताओं के संबंध में चित्रांकन किया है। यह भी बताया कि प्रदेश में ये कूनों नेशनल पार्क में है। इस प्रदर्शनी को मुख्यमंत्री ने भी देखा और इसकी सराहना की। कहा कि अफ्रीका से आए चीतों को मध्य प्रदेश की जलवायु रास आ गई है। मध्य प्रदेश के वन, चीतों के कारण पर्यटन की दृष्टि से आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
सर्वाइकल और स्लिपडिस्क का इलाज
मेले में आए बालाघाट के वैद्य फिरोज अख्तर सर्वाइकल और स्लपडिस्क का इलाज करते हैं। वे हाथेलियों के प्वाइंट के जरिए मरीज को देख कर बता देते हैं कि उनके शरीर में कौन सी बीमारी जन्म ले रही है। इसका निदान कैसे हो सकता है। उनका कहना है कि लोगों में सबसे ज्यादा बीमारियां खडे-खडे पेशाब करने से होती हैं।
रामलीला नृत्य रहा आकर्षण का केन्द्र
मेले में रामलीला नृत्य पार्टी आकर्षण का केन्द्र रहा। नृत्य पार्टी ने मेला उत्घाटन अवसर पर मुख्यमं9ी शिवराज सिंह चौहान और वनमंत्री सहित मेले में आने वाले लोगों की अपनी कला के जरिए अगवानी और स्वागत भी कर रही थी। ये पार्टी विभिन्न समारोहों में राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और महाराष्ट्र भी जाती है। पार्टी झाबुआ जिले के पेटलावत तहसील की है और इसके अध्यक्ष सूर सिंह मीणा हैं। इसका कहना है कि पार्टी का एक दिन का चार्ज 50 हजार रुपए है।
मेले में दुर्लभ प्रजातियों की 500 प्रजातियां
मध्य प्रदेश जैव विविधता बोर्ड ने स्टाल में दुर्लभ प्रजातियों की पांच सौ प्रजातियों के पौधे लगाए हैं। कर्मचारी इन पौधों के संबंध में लोगों को जागरूक करने से साथ ही शुल्क लेकर पौधे भी उपलब्ध कराते हैं। यहां नीम खली, जैविक खाद के उर्वरकता गुणों के बारे में जानकारी देते हैं।
शहद, मशरूम से पांच लाख का करोबार
बालाघाट लघु वनोपज संघ मेले में शहद और मशरूम के औषधीय गुणों से लोगों को रूबरू करा रहा हैं। समिति के कर्ताधर्ता एनएल रहंगडाले का कहना है कि उसकी समिति दोनों चीजों से सालभर में पांच लाख रुपए का कारोबार करती है।
Published on:
20 Dec 2022 10:06 pm
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