पाटकर के मुताबिक नर्मदा नदी के किनारे पहले बड़वानी और धार में अवैध खनन हो रहा था। अब रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं, इसलिए उन्होंने आलीराजपुर और खरगौन में भी नर्मदा किनारे अवैध खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इससे नदी का जलीय जीवन खतरे में आ गया है। यह सीधे तौर पर्यावरण प्रोटेक्शन एक्ट 1986 का उल्लंघन है। एनजीटी ने बड़वानी, धार, अलीराजपुर और खरगौन में चैक पोस्ट लगाने के भी आदेश दिए हैं। 17 नवंबर की सुनवाई में इन चारों जिलों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।