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आजम खान की यूनिवर्सिटी से सरकारी गेस्ट हाउस का अवैध रास्ता बंद, DM की कार्रवाई से मचा हड़कंप

Rampur News: रामपुर में समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी से सटे सरकारी गेस्ट हाउस में बनाए गए अवैध गेट को नौ साल बाद प्रशासन ने हटवा दिया है।

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आजम खान की यूनिवर्सिटी से सरकारी गेस्ट हाउस का अवैध रास्ता बंद | Photo - FB/@AbdullahAzamKhan

Azam khan university illegal gate:यूपी के रामपुर में समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान बने एक अवैध इंतजाम पर नौ वर्ष बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी से सटे सरकारी गेस्ट हाउस ‘एपीजे अब्दुल कलाम’ में बनाया गया अवैध गेट आखिरकार हटा दिया गया है। जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी के निर्देश पर न सिर्फ गेट हटवाया गया, बल्कि वहां दीवार खड़ी कर सरकारी संपत्ति को पूरी तरह सुरक्षित किया गया।

16 फीट चौड़ा गेट बना था निजी यूनिवर्सिटी का सीधा रास्ता

सपा सरकार के समय आजम खां के प्रभाव में नियम-कानून दरकिनार करते हुए सरकारी गेस्ट हाउस की दीवार में करीब 16 फीट चौड़ा गेट बनवाया गया था। यह गेट सीधे निजी मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़ता था और अंदर ही अंदर आवागमन का रास्ता उपलब्ध कराता था। हैरानी की बात यह रही कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस अवैध निर्माण पर वर्षों तक कोई आपत्ति नहीं जताई।

डीएम के निरीक्षण में खुला अवैध गेट का राज

दो महीने पहले कार्यभार संभालने वाले जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी को जब इस गेस्ट हाउस की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी उपयोगिता पर सवाल उठाए। शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित इस गेस्ट हाउस में वीवीआईपी ठहराव बेहद कम होने की बात सामने आई। संदेह गहराने पर डीएम ने खुद पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया, जहां सरकारी गेस्ट हाउस और निजी यूनिवर्सिटी के बीच अवैध गेट मौजूद मिला।

सत्ता बदलने के नौ साल बाद भी कायम था अवैध रास्ता

निरीक्षण के दौरान यह तथ्य सामने आया कि सत्ता परिवर्तन के बावजूद यह अवैध गेट नौ वर्षों तक न सिर्फ मौजूद रहा, बल्कि सक्रिय रूप से उपयोग में भी था। इससे यह आशंका और मजबूत हुई कि सरकारी धन से बने गेस्ट हाउस का इस्तेमाल सत्ता के दौरान ‘खास’ लोगों और निजी संस्थान के लाभ के लिए किया जा रहा था।

सरकारी संपत्ति का निजी लाभ के लिए उपयोग अस्वीकार्य: डीएम

जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने साफ शब्दों में कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम गेस्ट हाउस पूरी तरह सरकारी संपत्ति है और इसके जरिए किसी भी निजी संस्थान को लाभ पहुंचाना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने तत्काल गेट हटवाकर दीवार बनवाने के निर्देश दिए और अवैध आवागमन का रास्ता पूरी तरह बंद करा दिया।

किसके आदेश पर बना गेट, जांच के घेरे में अधिकारी

प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि गेस्ट हाउस की दीवार में यह गेट किसके आदेश पर और किन अधिकारियों के कार्यकाल में बनवाया गया। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता केवी सिंह ने बताया कि निर्माण से जुड़े सभी अभिलेखों की जांच की जा रही है और जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका तय की जाएगी।

आजम खां की यूनिवर्सिटी और गेस्ट हाउस अब पूरी तरह अलग

कार्रवाई के बाद मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी और सरकारी गेस्ट हाउस के बीच सीधा संपर्क पूरी तरह समाप्त हो गया है। उल्लेखनीय है कि आजम खां स्वयं इस निजी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं और गेस्ट हाउस का निर्माण भी वर्ष 2014 से 2016 के बीच उन्हीं के प्रभाव में कराया गया था। वर्तमान में आजम खां फर्जी पैन कार्ड प्रकरण में बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ सजा काट रहे हैं।