प्रदेश में कोहराम मचाती कोरोना की तीसरी लहर के प्रकोप के बीच कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं जिससे कुछ राहत मिल सकती है. पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 9532 नए मामले सामने आए हैं. बीते कुछ दिनों से नए मरीजों की संख्या 10 हजार से कम पर बनी हुई है.
यह भी पढ़ें : एक्ट्रेस ने अपने अंडरगारमेंट से भगवान को जोड़ा, हुई FIR, किया ऐसा कमेंट कि भड़क उठे लोग
पिछले एक सप्ताह का औसत मरीजों का आंकड़ा 8627 ही आ रहा है जोकि सुखद समाचार है. एक और बात सामने आई है कि प्रदेश में ओमिक्रॉन की रफ्तार और संक्रमण दर को देखते हुए 30 जनवरी को पीक पर रहने के संकेत हैं.
यह भी पढ़ें : सावधान! बिना लक्षण के हो रहे संक्रमित, सीधे जान ले रहा कोरोना, जानिए इन मरीजों की कहानी
IIT कानपुर के एक प्रोफेसर ने भी दावा किया है कि कोरोना की तीसरी लहर का पीक राजधानी भोपाल में 2 दिन में आ सकता है. तीसरी लहर में कुछ बुरे तथ्य भी सामने आए हैं.
यह भी पढ़ें :एक्ट्रेस की गंदी बात, ब्रा से भगवान को जोड़ा, जानिए ऐसा क्या कहा कि मच गया बवाल

ये ट्रेंड भी सामने आया है कि इस बार बिना लक्षण के भी लोगों को कोरोना का संक्रमण हो रहा है जोकि बेहद खतरनाक है. इधर पहले की तरह संक्रमण के कारण मरीजों की किडनी प्रभावित हो रही है.
यह भी पढ़ें :बेहद खतरनाक है ओमिक्रोन, इस अंग को कर रहा खराब, जानिए कैसे करें बचाव श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. निवेदिता मालपानी के मुताबिक दूसरी लहर की तरह इस लहर में भी अब फेफड़े ज्यादा प्रभावित होने लगे हैं. ऑर्गन फेलियर के चलते लोगों की मृत्यु हो रही है.
यह भी पढ़ें :संक्रमण के पहले ही मिल जाते हैं ये संकेत, दिखते ही सतर्क हो जाएं तो नहीं होगा कोरोना हालांकि 95 प्रतिशत मरीज अभी भी घर पर ही हैं पर अस्पताल में भर्ती मरीजों की दिक्कत भी बढ़ रही है. अनेक मरीजों की जान बचाने के लिए उन्हें वेंटिलेटर और वाईपैप पर रखना पड़ रहा है। इसी तरह आक्सीजन की जरूरत तेजी से बढ़ रही है. महज 7 दिन पहले हर आठवें मरीज को आक्सीजन की जरूरत लग रही थी लेकिन अब हर तीसरे मरीज को आक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा है.
यह भी पढ़ें : अस्पतालों में खतरनाक होते हालात, हर तीसरे मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरतयह तथ्य भी सामने आया है कि तीसरी लहर में वेक्सीन लगवाने में लापरवाही बरतने वालों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है. एक्सपर्ट शुरु से ही वेक्सीनेशन पर जोर देते आए हैं पर इसके बाद भी कई लोगों ने पूरा डोज नहीं लिया.
यह भी पढ़ें : कोरोना का खतरनाक साइड इफेक्ट, हर तीसरा बच्चा प्रभावित, जानिए क्या कह रहे डॉक्टर्स डाक्टर्स बताते हैं कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई, उनपर वायरस तेजी से असर कर रहा है. ऐसे लोगों को ही अस्पताल में भर्ती करने की जरुरत पड़ रही है.