23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भीषण गर्मी: डेढ़ महीने में जल गए 232 ट्रांसफार्मर

जिले में गर्मी का प्रकोप ऐसा है कि लोड बढऩे से सिर्फ डेढ़ माह में ही 232 ट्रांसफार्मर जल गए हैं। इनमें से 161 ट्रांसफार्मरों को बदला गया हैं। जिससे यहां पर लोगों ने राहत की सांस ली हैं, लेकिन 71 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हैं

2 min read
Google source verification
कंपनी के शटरू में खराब पड़े ट्रांसफार्मर

Defective transformers in the company's shutters

बैतूल। जिले में गर्मी का प्रकोप ऐसा है कि लोड बढऩे से सिर्फ डेढ़ माह में ही 232 ट्रांसफार्मर जल गए हैं। इनमें से 161 ट्रांसफार्मरों को बदला गया हैं। जिससे यहां पर लोगों ने राहत की सांस ली हैं, लेकिन 71 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हैं जिन्हें बदला नहीं गया है। ग्रामीणों को गांव में बिजली नहीं होने से भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा हैं। स्थिति यह है कि ट्रांसफार्मर बदले जाने के लिए ग्रामीण विद्युत कंपनी के कार्यालय पहुंचकर गुहार तक लगा रहे हैं।वहीं विभाग के कहना है कि नियमानुसार ट्रांसफार्मर बदलने के लिए दस प्रतिशत राशि जमा करना होती हैं। जहां ग्रामीणों ने राशि जमा कराई हैं वहां ट्रांसफार्मर बदल दिए गए हैं।

लोड बढऩे से जले ट्रांसफार्मर
विद्युत वितरण कंपनी की माने तो अप्रेल माह की शुरूआत से अभी तक जिले में 232 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं। ज्यादातर ट्रांसफार्मरों के जलने की मुख्य वजह क्षमता से अधिक लोड बढऩा बताया जा रहा हैं। वहीं गर्मी की वजह से भी ट्रांसफार्मर गर्म होकर जलना सामने आया है। विद्युत वितरण कंपनी ने इनमें से 161 ट्रांसफार्मरों को तो बदल दिया हैं लेकिन श्ेष ट्रासफार्मरों को राशि जमा नहीं होने के कारण बदला नहीं जा रहा है। जिले में करीब 71 ट्रांसफार्मर अभी भी खराब हालत में पड़े हुए हैं। जिन्हें बदला नहीं जा रहा है। कंपनी के मुताबिक इन ट्रंासफार्मरों पर 10 लाख 70 हजार रुपए की राशि बकाया हैं।जब तक ग्रामीण ट्रांसफार्मर बदले जाने के लिए बकाया राशि का 10 प्रतिशत जमा नहीं कर देते ट्रांसफार्मर बदले नहीं जा सके हैं। इस नियम की वजह से कई गांवों में अंधेरा छाया हुआ हैं और भीषण गर्मी में ग्रामीणों को बगैर बिजली के गुजारा करना पड़ रहा है।

63 केव्ही के ट्रांसफार्मर सबसे ज्यादा खराब
खराब पड़े ट्रांसफार्मरों में सबसे ज्यादा 63 केव्ही के ट्रांसफार्मर बताए जाते हैं। इनकी कुल संख्या 32 हैं। जबकि 25 केव्ही के 23 ट्रांसफार्मर, 100 केव्ही के 11 और 200 केव्ही के 5 ट्रांसफार्मर बंद होना बताए जाते हैं। इनमें से कुछ ट्रांसफार्मर खेतों की बिजली सप्लाई के लिए भी लगाए गए हैं। चूंकि गर्मी में किसी प्रकार की कोई सिंचाई नहीं की जाना हैं इसलिए किसानों द्वारा राशि जमा नहीं की जा रही हैं। जिसकी वजह से कंपनी ने ट्रांसफार्मरों को बदला नहीं है।

20 हजार से अधिक ट्रांसफार्मर जिले में स्थापित
जिले में विभिन्न क्षमता के करीब 20 हजार 385 ट्रांसफार्मर स्थापित होना बताए जाते हैं। हर साल गर्मी की शुरूआत होते ही लोड बढऩे के कारण ट्रांसफार्मर खराब हो जाते हैं। विगत डेढ़ महीने में ही 232 ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं। जबकि इसके पूर्व भी खराब हुए ट्रांसफार्मरों को बदला जा चुका है। बताया गया कि ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण वर्तमान में कई गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। जिसके कारण लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।