scriptदिग्विजय के खिलाफ शिवराज सिंह हो सकते हैं उम्मीदवार, 2003 की हार का लेंगे बदला | Shivraj singh will contest from bhopal loksabha seet | Patrika News

दिग्विजय के खिलाफ शिवराज सिंह हो सकते हैं उम्मीदवार, 2003 की हार का लेंगे बदला

locationभोपालPublished: Mar 25, 2019 08:29:43 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

दिग्विजय के खिलाफ शिवराज सिंह हो सकते हैं उम्मीदवार, 2003 की हार का लेंगे बदला

shivraj

दिग्विजय के खिलाफ शिवराज सिंह हो सकते हैं उम्मीदवार, 2003 की हार का लेंगे बदला


भोपाल. राजधानी दिल्ली में आज बीजेपी केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है। इस बैठक में मध्यप्रदेश के बाकि 14 उम्मीदारों के नामों को लेकर चर्चा की जाएगी। वहीं, भोपाल लोकसभा से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को मैदान में उतारने की योजना बनाई जा रही है। क्योंकि कांग्रेस ने यहां से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उम्मीदवार बनया है। सूत्रों का कहना है कि शिवराज के नाम को लेकर मंथन किया गया है। हालांकि पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी दिग्विजय के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
पार्टी जहां से कहेगी वहां से चुनाव लड़ने को तैयार
बताया जा रहा है कि रविवार को भोपाल से लेकर दिल्ली तक शिवराज के नाम पर चर्चा हुई। शिवराज ने भी रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वो वहां से चुनाव लड़ लेंगे। उन्होंने ये भी दावा किया कि भाजपा इस बार प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी और पीएम मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। दिग्विजय सिंह के उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि बंटाधार रिटर्न्स। शिवराज ने कहा कि बीजेपी के सामने कोई चुनौती नहीं है और मैं किसी व्यक्ति को इतना महत्व नही देता हूं। हालांकि शिवराज या कोई और, इस पर अंतिम फैसला केंद्रीय चुनाव समिति को ही करना है।
शिवराज ही क्यों हो सकते हैं उम्मीदवार
भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने रविवार को दिल्ली में शिवराज के नाम पर चर्चा की। विकल्प के तौर पर महापौर आलोक शर्मा और प्रदेश महामंत्री वीडी शर्मा का भी नाम सामने आया है। वीडी ने दिल्ली में नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की है। शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। जनता के बीच उनकी छवि बहुत अच्छी है। शिवराज सिंह चौहान जमीन से जुड़े हुए नेता हैं और प्रदेश की जनता उन्हें मामा के नाम से पुकारती है। शिवराज सिंह चौहान विदिशा लोकसभा सीट से लगातार पांच बार सांसद भी रह चुके हैं।
दिग्विजय से चुनाव हार चुके हैं शिवराज
शिवराज सिंह चौहान 2003 के विधानसभा चुनावों में दिग्विजय सिंह के खिलाफ राघौगढ़ विधानसभा सीट से विधायक थे। राघौगढ़ को कांग्रेस का अभेद्य किला माना जाता है। दिग्विजय सिंह ने 2003 में यहीं से शिवराज सिंह चौहान को पराजित किया था। हालांकि शिवराज ने इस बार दिग्विजय सिंह को कड़ी टक्कर दी थी।
भाजपा का गढ़ है भोपाल
भोपाल भाजपा का गढ़ माना जाता है। भोपाल लोकसभा सीट पर करीब तीन दशक से बीजेपी का कब्‍जा है। दिग्विजय सिंह की एंट्री से पहले भोपाल के मेयर आलोक शर्मा और पार्टी के महासचिव वीडी शर्मा को संभावित उम्‍मीदवार के रूप में देख रही थी। लेकिन अब दिग्विजय के उम्मीदवार बनने के बाद ये सीट देश की हॉट सीटों में शामिल हो गई है।
हार के बाद भी पार्टी में बढ़ा कद

मध्यप्रदेश विधानसभा में हार के बाद भी शिवराज सिंह की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। वहीं, पार्टी में भी उनका कद बढ़ा है। अमित शाह ने उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। शिवराज सिंह लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं और प्रदेश की जनता के बीच आज भी उनकी छवि एक अच्छे नेता के रूप में है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो