गुरुवार को भोपाल के गांधी भवन में आयोजित एक सेमिनार में सीताराम येचुरी ने हिंदू धर्म को लेकर ऐसी बात कही है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथ रामायण और महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि इनमें हिंसक घटनाओं और युद्ध का जिक्र है। येचुरी ने कहा कि इसे हमेशा महाकाव्य की तरह पेश किया जाता है। और कहा जाता है कि हिंदू कभी हिंसा नहीं करते हैं।
येचुरी ने कहा कि ऐसा कहने के पीछे क्या तर्क मौजूद है कि एक धर्म विशेष के लोग हिंसा करते हैं और हिंदू धर्म के लोग नहीं। येचुरी के इस बयान पर विवाद जारी है। कई संतों ने इसकी आलोचना की है।
वहीं, सीताराम ने यह भी कहा है कि इस चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को गठबंधन हराने जा रहा है। चेयुरी ने कहा कि पूरे देश में गठबंधन बीजेपी के विकल्प के रूप में स्थापित होगा।
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह भी पहुंचे थे। उन्होंने लेफ्ट और कांग्रेस के बीच बढ़ी दूरियों को कम करने का प्रयास किया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं दावा करता हूं कि 2019 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। यह चुनाव विचारधारा की लड़ाई है।
दरअसल, भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा के मैदान में उतरने के बाद से हिंदू आतंकवाद का मुद्दा एक बार फिर से उठा है। उसके बाद से ही इस मुद्दे पर चर्चा छिड़ी हुई है। ऐसे में ये संभव है कि बीजेपी फिर से इसे चुनावी रैलियों में मुद्दों बना सकती है।