घटना की रिपोर्ट भोपाल स्टेशन पर जीआरपी में दर्ज कराई गई है। साथ ही मामले की शिकायत ट्विटर पर प्रधानमंत्री कार्यालय व रेलमंत्री को भी की गई है। कुछ यात्रियों ने इस चोरी में रेलवे के टीटीई, सुरक्षा में लगे स्टॉफ और अटेंडेंट की मिलीभगत का आरोप लगाया है। आरोप है कि ग्वालियर से भोपाल तक कोच में कोई टीटीई था ही नहीं। चंडीगढ़ से भोपाल आ रहे यात्री विवेक कुमार ने पत्रिका को बताया कि उन्होंने ग्वालियर स्टेशन पर सुबह सवा पांच बजे सूटकेश चेक किया तो वह चेन से बंधा था, लेकिन झांसी पहुंचने पर उनकी नींद खुली तो सूटकेश गायब था। उसमें एक सोने की चेन और कपड़े थे। उन्होंने पड़ताल की तो पता चला कि बी-2 कोच के साथ ही ए-1 कोच के यात्रियों का सामान भी चोरी हो गया है।
चलती ट्रेन में भी लिखी गई रिपोर्ट
गाड़ी सुबह लगभग 11 बजे भोपाल पहुंची। इस दौरान पीएमओ कार्यालय में शिकायत करने पर भोपाल डीआरएम सहित जीआरपी और आरपीएफ तक घटना की जानकारी पहुंच गई। यहां उतरने के बाद विवेक ने जीआरपी मेंं चोरी की रिपोर्ट जीआरपी में दर्ज कराई। जीआरपी पुलिस ने अन्य यात्रियों की चलती ट्रेन में रिपोर्ट दर्ज की।
जीआरपी ने कहा, गार्ड लेकर चलो
जीआरपी झांसी से यात्रियों ने शिकायत की तो उसके जवान ने कहा कि इतनी दिक्कत है तो अपना गार्ड खुद लेकर चलो। इसकी शिकायत भी रेलमंत्री से की गई है।
इनका कहना है-
० ट्रेन में चोरी के फरियादी हमारे पास आए थे। यात्री विवेक कुमार की रिपोर्ट थाने में लिखी गई है। जबकि, बाकी यात्रियों की रिपोर्ट के लिए ट्रेन में जांच अधिकारी को भेजकर रिपोर्ट लिखी गई है।
-हेमंत कुमार, थाना प्रभारी, जीआरपी भोपाल