जानकारी के मुताबिक इंडिगो ने मंत्रालय को घरेलू उड़ानों के किराये पर लगाई गई अधिकतम सीमा को अब बढ़ाने के बारे में सोचने को कहा है। मौजूदा हालात में विमान ईंधन के दामों में आई तेजी को देखते हुए ये कहा गया है। सरकार ने 2020 में सख्त लॉकडाउन के बाद विमानन क्षेत्र को परिचालन की अनुमति देते समय किराये की अधिकतम एवं न्यूनतम सीमा तय कर दी थी।
इसके साथ ही जानकारी के मुताबिक इंडिगो अपनी सेवाओं का विस्तार यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया तक करना चाहती है। साथ ही कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बिजनेस क्लास भी शुरू कर सकती है। इंडिगो के अधिकारी ने बताया कि वे अब बड़े आकार वाले विमान खरीने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए ए 321एक्सएलआर विमानों पर गौर किया जा रहा है। ये साल 2024 तक इंडिगो को मिल सकते हैं। इंडिगो के पास फिलहाल 275 विमानों का बेड़ा है और जिनमें सिर्फ इकॉनमी क्लास की सीटें ही हैं।
वही केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर में कहा कि, बीते 6 वर्षों में देशभर में 1 लाख 90 हजार फ्लाइट से 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हवाई सफर किया है। यही नहीं, पिछले 10 महीनों में प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी भी शुरु की गई हैं। अबतक कुल 10 शहरों के साथ जबलपुर का हवाई संपर्क स्टेबलिश किया जा चुका है। इंदौर का 20 शहरों से तो भोपाल से 12 शहर जुड़ गए हैं। वहीं, ग्वालियर में भी हर हफ्ते में 94 फ्लाइट चलती हैं। आज मध्य प्रदेश में 926 फ्लाइट उड़ान भर रही हैं।