
मप्र के ओंकारेवर में गुरुवार को 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य के 12 वर्षीय स्वरूप आचार्य शंकर की प्रतिमा का अनावरण किया गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने देश-विदेश से यहां पहुंचे पांच हजार से ज्यादा साधु-संतों की उपस्थिति में इस प्रतिमा का अनावरण किया। इस बीच चर्चा का विषय तो है कि आखिर देश में सबसे ऊंची प्रतिमाएं कौन-कौन सी हैं? अगर आप भी जानना चाहते हैं तो जरूर पढ़ें पूरी खबर...
दरअसल भारत में ऐसी कई ऊंची-ऊंची प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जिनका नाम देश की ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शामिल है। धर्म, कर्म और एकता की प्रतीक इन प्रतिमाओं में अब तक की देश की सबसे ऊंची प्रतिमा है गुजरात के नर्मदा जिले में स्थापित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से मशहूर इस प्रतिमा के बाद किस मूर्ति का नंबर आता है? यहां जानें देश की सबसे ऊंची प्रतिमाएं कौन-कौन सी हैं...
* स्टेच्यू ऑफ बिलिफ 112 फीट ऊंची प्रतिमा है। ये दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक है। राजस्थान के नाथद्वारा में स्थापित यह प्रतिमा भगवान शिव की प्रतिमा है।
* देश की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में दूसरे नंबपर पर है तेलंगाना में रामानुज की स्टेच्यू ऑफ इक्वेलिटी एक है। यह 216 फीट ऊंची है।
* दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शुमार है तेलंगाना में स्थापित डॉ. बीआर अम्बेडकर की प्रतिमा। यह 175 फीट ऊंची है।
* दुनिया की सबसे ऊंची भगवान हनुमान जी की प्रतिमा। 171 फीट ऊंची यह प्रतिमा आंध्र प्रदेश की वामसाधारा नदी के किनारे मदपमी में स्थापित है।
* दुनिया की सबसे ऊंची मूर्तियों में कर्नाटक के कुनिगल में बिदानागेरे में स्थापित भगवान हनुमानि की प्रतिमा भी शामिल है। यह पंचमुखी हनुमान स्टेच्यू के नाम से जानी जाती है। इसकी ऊंचाई 146 फीट है।
* भगवान मुरुगन की प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शामिल है। यह तमिलनाडु के सलेम में स्थापित है। मुथुमलाई मुरुगन स्टेच्यु के नाम से मशहूर ये प्रतिमा 146 फीट ऊंची है।
* उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थापित मां वैष्णो देव की प्रतिमा भी इस लिस्ट में शामिल है। मां वैष्णो देवी के नाम से मशहूर ये प्रतिमा 141 फीट ऊंची है।
* आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा पर स्थापित हनुमान जी की वीरा अभय अंजनेय हनुमान स्वामी की प्रतिमा। इसकी ऊंचाई 135 फीट है। * तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थापित तिरुवल्लुर की मूर्ति। इसकी ऊंचाई 133 फीट है।
* बुद्ध की प्रतिमा तथगत त्साली प्रतिमा 128 फीट ऊंची है। यह देशभर में सबसे ऊंची प्रतिमाओं में छठे नंबर पर आती है। यह प्रतिमा सिक्किम के रवंगला में स्थापित है।
* 125 फीट ऊंची बुद्ध की ध्यान बुद्ध प्रतिमा। यह प्रतिमा आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के अमरावती गांव में।
* 123 फीट ऊंची हिमाचल प्रदेश के रेवलसर में स्थापित गुरु रिनपोछे की प्रतिमा। इस प्रतिमा का नाम है पद्मसंभव की प्रतिमा।
* मारिजिंग पोलो स्टेच्यू, दुनिया की सबसे बड़ी पोलो खिलाड़ी की घुड़सवार मूर्ति है। यह मणिपुर में स्थापित है। इसकी ऊंचाई 122 फीट है।
* कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के मुरुदेश्वर में स्थापित शिव की प्रतिमा। इसकी ऊंचाई 121 फीट है।
* आंध्र प्रदेश के रेपुरु काकीनाडा में स्थापित शिरडी के साईं बाबा की 116 फीट ऊंची प्रतिमा।
* तमिलनाडु में स्थापित आदियोगी शिवा स्टेच्यु दुनिया के सबसे बड़े और सबसे ऊंची फेस स्टेच्यु है। इसकी ऊंचाई 112 फीट है।
* कर्नाटक में गडबग में बसवा की प्रतिमा बसवेश्वर स्टेच्यू के नाम से मशहूर है। इसकी ऊंचाई 111 फीट है।
* ओडिशा में दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची हमनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। यह दमनजोड़ी कोरापुट में है। 108'9" ऊंची हमनुमान जी की ये प्रतिमा हनुमान स्टेच्यू ऑफ दमनजोड़ी के नाम से मशहूर है।
* मप्र के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में स्थापित स्टेच्यु ऑफ वननैस की ऊंचाई 108 फीट है। यह मप्र में अब तक की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह प्रतिमा आदि शंकराचार्य की प्रतिमा है। धातु से निर्मित ये प्रतिमा आदि शंकराचार्य के बालक स्वरूप आचार्य शंकर के रूप में उकरी गई है।
* मप्र के छिंदवाड़ा में स्थापित भगवान हनुमानजी की प्रतिमा 101 फीट ऊंची है।
Updated on:
21 Sept 2023 02:16 pm
Published on:
21 Sept 2023 02:15 pm
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