
भोपाल। चीते आने के बाद श्योपुर स्थिति कूनो पालपुर नेशनल पार्क का पर्यटन महत्व एकदम से बढ़ गया है। अब ये नेशनल पार्क अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मैप में शामिल हो गया है। पार्क के दस किमी के दायरे में टूरिज्म एटिविटी क्लस्टर बनाए जाएंगे, जहां होटल, रिसॉर्ट सहित अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने के लिए क्षेत्र आरक्षित किए जाएंगे। इसके लिए मप्र पर्यटन विकास विभाग ने श्योपुर कलेक्टर से 20 हेक्टेयर जमीन मांगी है।
जमीन मिलने के बाद इन क्षेत्र का मास्टर प्लान तैयार होगा। जिसमें यह तय होगा कि किन क्षेत्रों पर रिसॉर्ट होगा, कहां छोटे और कहां बड़े होटल होंगे। इसके अलावा किन क्षेत्रों में अलग-अलग तरह के वेलनेस सेंटर स्थापित किए जा सकते हैं। इसके अलावा पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों के लिए जगह आरक्षित की जाएंगी। यहां दो दर्जन से अधिक पर्यटन गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इस क्षेत्र को आधुनिक पर्यटन की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जाएगा। मास्टर प्लान तैयार करने के लिए एक अलग से एजेंसी तैयार की जाएगी। यही एजेंसी कूनो में पर्यटन गतिविधियों का पूरा खाका तैयार करेगी, जिसके लिए भूखंड आरक्षित की जाएंगी। इसके बाद भूखंडों को खुली निविदा के आधार पर निवेशकों को व्यवसायिक गतिविधियों के लिए लीज पर भूखंड आवंटित किया जाएगा।
ईको सेंसटिव जोन होगा तय
पार्क के चारों तरफ करीब पांच किमी के एरिया में ईको सेंसटिव जोन बनाया जाएगा। जहां पर पक्के निर्माण तथा कुछ व्यवसायिक गतिविधियां आयोजित नहीं की जा सकेगी। कूनो पालपुर के चारों तरफ से इको सेंसटिव जोन की सरहद्दी की जाएगी। चूंकि अभी तक वहां कोई आबादी नहीं थी, पार्क के अंदर के गांवों को पहले ही विस्था?पित कर दिया गया था, इससे ईको सेंसटिव जोन तय करने में ज्यादा दिक्कत नहीं थी। अब चीते आने के बाद वहां पर्यटन गतिविधियों की बूम आएगा, इससे वन विभाग को इसी सरहद्दी करना आवश्यक होगा।
दिनों दिन बढ़ रहे हैं जमीन के भाव
कूनो पालपुर के आस पास जमीनों के दाम दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। चीते आने के बाद जमीन की कीमतों में और ज्यादा बूम आ गया है। निजी भूखंडों पर बड़े होटल और रिसॉर्ट कारोबारी पिछले पांच माह से ही खरीद फरोख्त शुरू कर दिया था।
सड़कें होगी फोर लेन, रेल कनेक्टिविटी संभावनाएं बढ़ी
ग्वालियर, ?शिवपुरी और श्योपुर जिला मुख्यालय से कूनो पालपुर पार्क तक की रोड, रेल कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी। वर्तमान में कूनो पालपुर पहुंचने के लिए शिवपुरी से सिंगल रोड है, जिसे फोर लेन तक किया जाएगा। वहीं ग्वालियर से भी रोड कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी, जिससे ग्वालियर में एतिहासिक महत्व की चीजें देखने आने वाले पर्यटकों को कूनो पालपुर तक पहुंचने में दिक्कत न हो। कूनों को ईको टूरिज्म कॉरोडोर में भी जोड़ा जाएगा। यहां चीतों के अलावा घडिय़ाल भी तीन साल पहले कूनो नदी में रिलोकेट किए गए हैं।
Published on:
20 Sept 2022 10:05 pm
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