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जल-जंगल-जमीन से समृद्ध मप्र बना पर्यटकों की पसंद, वाटर टूरिज्म में मिलेगा अलहदा अनुभव

-हनुमंतिया जल महोत्सव के बाद अब एक फरवरी से गांधी सागर फ्लोटिंग फेस्टिवल

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जल-जंगल-जमीन से समृद्ध मप्र बना पर्यटकों की पसंद, वाटर टूरिज्म में मिलेगा अलहदा अनुभव

जल-जंगल-जमीन से समृद्ध मप्र बना पर्यटकों की पसंद, वाटर टूरिज्म में मिलेगा अलहदा अनुभव

भोपाल. प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही ऐतिहासिक इमारतों और वन संपदा से समृद्ध मध्यप्रदेश देशी-विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन की सूची में शामिल है। मप्र में मौजूद नदियों, बांधों और जलाशयों की खूबसूरती को करीब से निहारने के लिए मप्र पर्यटन विभाग नवाचार कर रहा है। इसी क्रम में हनुमंतिया जल महोत्सव के बाद मंदसौर के गांधीसागर डैम में एक फरवरी से फ्लोटिंग फेस्टिवल का आयोजन होगा। यहां बता दें कि प्रदेश में फ्लोटिंग फेस्टिवल का आयोजन पहली बार किया जा रहा है। इस पांच दिवसीय आयोजन में लैंड, एयर और वाटर बेस्ड एडवेंचर गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके बाद तीन महीने तक पर्यटकों के लिए टेंट सिटी और छह महीने तक एडवेंचर गतिविधियों का आयोजन जारी रहेगा। पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां 90 टेंट की क्षमता वाली टेंट सिटी बनाई जाएगी। इसके अलावा फ्लोटिंग फेस्टिवल में फ्लोटिंग स्टेज, फ्लोटिंग मार्केट, बोट स्पा, बोट सफारी, लाइव संगीत की भी सुविधा रहेगी। वाटर टूरिज्म के क्रम में 27 से 29 जनवरी तक अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव का आयेाजन होगा। मालूम हो कि प्रदेश में जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हनुमंतिया में 29 नवंबर से 29 जनवरी तक जल महोत्सव का आयेाजन किया गया है।

कू्रज के संग पानी में अठखेलियां
मप्र में वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बरगी, भोपाल, तवा और हनुमंतिया में क्रूज का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही बड़वानी से केवडिय़ा तक क्रूज संचालन की भी तैयारी है। इसके जरिये पर्यटक तीन राज्यों मप्र, महाराष्ट्र और गुजरात की सैर कर सकेंगे।
मप्र ऐसा राज्य, जहां तीन यूनेस्को वल्र्ड हेरिटेज साइट
कुल क्षेत्रफल के 25.14 प्रतिशत वन क्षेत्र से घिरे मप्र में 11 नेशनल पार्क, 24 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और छह टाइगर रिजर्व पर्यटकों को लुभाते हैं। इसके अलावा 12 ज्योतिर्लिंग में से दो यानी उज्जैन का महाकाल और ओंकारेश्वर धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अहम है। मप्र का संाची, भीम बैटिका और खजुराहो यूनेस्को की वल्र्ड हैरिटेज साइट हैं। मप्र की संस्कृति को करीब से रूबरू कराने के लिए जल्द ही ओरछा और चंदेरी में फेस्टिवल आयेाजित करने की तैयारी की जा रही है।

विदेशी पर्यटकों की संख्या में तीन गुना बढ़ोतरी
मप्र देशी और विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा रहा है। एक साल में मप्र आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2021 में मप्र के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर कुल 2.55 करोड़ पर्यटकों ने आमद दर्ज कराई, वहीं वर्ष 2022 में ये आंकड़ा 3 करोड़ से अधिक का रहा।
एक साल में इतनी बढ़ी पर्यटकों की संख्या
वर्ष-----देशी पर्यटक-----विदेशी पर्यटक----कुल
2021----25554067----41601------25595668
2022----30741471----135105-----30876576