CBI investigation: एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती (uma bharti) ने पत्रकार वार्ता में 'व्यापम स्कैम' (vyapam scam) को लेकर बड़ी बात कह दी। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की और इशारों में अपने ही नेताओं पर गंभीर सवाल खड़े किए।
CBI investigation: सोशल मीडिया में अपनी ही पार्टी को आईना दिखाने के बाद उमा भारती के फिर तल्ख तेवर देखने को मिले हैं। शुक्रवार को उन्होंने किसी का नाम लिए बिना ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं पर परोक्ष हमला बोला। साथ ही उन्होंने व्यापम कांड (vyapam scam) को लेकर कहा कि 'मेरा नाम उसमें कैसे आया, मुझे आज तक मालूम नहीं है। इस पर सीबीआइ को अब जांच तो कर ही लेनी चाहिए। ताकि बात की सत्यता सब के सामने आ सके।' एमपी पुलिस को लेकर उन्होंने कहा कि 'इस मामले में मप्र काइम ब्रांच ने क्या कारनामा किया है यह भी लोगों के सामने आना बहुत जरुरी है।'
उमा भारती ने कहा, मैं भाजपा में ही रहूंगी, मुझे पार्टी से कोई अलग नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, अमित शाह से मेरी बीच-बीच में चर्चा होती रहती है। वहीं संघ प्रमुख भागवत के 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट के सवाल पर उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
उमा ने भाजपा की सरकारों में भी प्रताड़ना झेलने के सवाल पर कहा, मैं किसी सीएम का नाम तो नहीं लूंगी लेकिन साल बता देती हूं। 1990 से 92 तक और 2005 से 13 तक मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित किया गया। बीच में दिग्विजय सिंह के राज में क्या हुआ वो सबके सामने था। कोर्ट में ये झूठे मामले खत्म हुए। बता दें, 1990 से 92 तक सुंदरलाल पटवा तो 2005 से 13 तक शिवराज प्रदेश के सीएम रहे हैं।