आसानी से दिखेगा घडिय़ाल
वन विहार में पर्यटकों को जहां मगर आसानी से धूप सेंकते दिख जाते थे वहीं घडिय़ाल देखने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता था, क्योंकि यहां एकमात्र घडिय़ाल ही था। लेकिन फरवरी में कलियासोत से रेसक्यू करके लाए गए दो घडिय़ालों के चलते वन विहार में घडिय़ालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। नए घडिय़ालों को भी बाड़े में ही प्रदर्शित किया गया है, जिससे आम नागरिक आसानी से घडिय़ाल देख सकेंगे। वहीं कछुओं की संख्या कुछ कम हुई है,
वन विहार में पर्यटकों को जहां मगर आसानी से धूप सेंकते दिख जाते थे वहीं घडिय़ाल देखने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता था, क्योंकि यहां एकमात्र घडिय़ाल ही था। लेकिन फरवरी में कलियासोत से रेसक्यू करके लाए गए दो घडिय़ालों के चलते वन विहार में घडिय़ालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। नए घडिय़ालों को भी बाड़े में ही प्रदर्शित किया गया है, जिससे आम नागरिक आसानी से घडिय़ाल देख सकेंगे। वहीं कछुओं की संख्या कुछ कम हुई है,
रेसक्यू सेंटर में बढ़ रही संख्या वन विहार में बाड़े में प्रदर्शित जानवरों की संख्या लगभग यथावत है, लेकिन सर्कस सहित वनों से भटककर आबादी वाले इलाकों से रेसक्यू करके लाए जाने वाले वन्य प्राणियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। रेसक्यू सेंटर में चार सिंह, 21 भालू, नौ तेंदुए और एक हायना मौजूद है। हालांकि आमजन इन प्राणियों को बाहर लगे बाड़ों में नहीं देख पाते क्योंकि सेहत, देखभाल के चलते इन प्राणियों को प्रदर्शित नहीं करके इनकी विशेष देखभाल की जाती है।
फैक्ट फाइल
पशु 2018 2019
चीतल 523 503
सांभर 285 314
नीलगाय 65 69
जंगली ***** 53 54
मोर 114 121
लंगूर 67 73
काला हिरण 57 68
चौसिंघा 01 6
सेही 20 20
बारहसिंगा 14 14 बाड़े में बंद वन्य प्राणी
पशु 2018 2019
बाघ 06 09
सिंह 00 04
सफेद बाघ 01 01
तेंदुआ 09 10
भालू 21 24
हायना 02 02
मगर 12 12
बायसन 03 02
घडिय़ाल 01 03
जलीय कछुआ 28 23
वन विहार में प्राणियों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा
वन विहार में वन्य जीवों की गणना की गई है। इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले बाघ, घडिय़ाल, चीतल, भालू की संख्या अच्छी बढ़ गई है
डॉ. एसपी तिवारी, सीसीएफ, वन विभाग
वन विहार में वन्य जीवों की गणना की गई है। इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले बाघ, घडिय़ाल, चीतल, भालू की संख्या अच्छी बढ़ गई है
डॉ. एसपी तिवारी, सीसीएफ, वन विभाग