इंदौर/भोपाल। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी वीरेंदर सहवाग 20 अक्टूबर को 38 साल के हो गए। सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ था। अपने पहले एकदिवसीय मैच में महज एक रन बनाकर आउट होने के बाद तकरीबन दो साल तक भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए जूझते रहने वाले इस बल्लेबाज का मध्य प्रदेश के इंदौर क्रिकेट स्टेडियम से पुराना नाता रहा है. सहवाग के नाम इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाने वाला दोहरा शतक भी है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ दोहरा शतक
इस मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ वीरेन्द्र सहवाग ने वनडे क्रिकेट इतिहास का दूसरा दोहरा शतक जड़ा था। सहवाग खुद ही कप्तान थे। पांच साल पहले आठ दिसंबर 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की सीरिज के चौथे मैच में सहवाग ने यह कारनामा किया था।
किशोर कुमार के गाने गाते जड़ा दोहरा शतक
वीरेंद्र सहवाग ने किशोर कुमार के गाने गाते-गाते दोहरा शतक जड़ दिया था। इस कीर्तिमान को पाने के लिए वीरू को 140 गेंद खेलनी पड़ी जिसमें उनके 23 चौके व 6 छक्के शामिल थे। सहवाग ने अपनी पारी में 149 गेंद में 219 रन बनाए थे। जिनमें 25 चौके और सात छक्के शामिल थे। इससे पहले एक दिवसीय मैच में दोहरा शतक भारत के ही सचिन तेंदुलकर के नाम था।
सहवाग ने जीता था टॉस
कप्तान सहवाग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। ओपनिंग करने उतरे वीरेंद्र ने गंभीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 176 रनों की साझेदारी की थी, जिसमें गंभीर के केवल 67 रन थे। गंभीर के आउट होने के बाद दूसरे छोर पर डटे कप्तान ने दूसरे विकेट के लिए सुरेश रैना के साथ 140 रन जोड़े दिए, इसके बाद रैना भी 55 रन पर चलते बने।
दो बार मध्यप्रदेश में बना है दोहरा शतक
मजेदार बात ये है कि दो बार दोहरा शतक मध्यप्रदेश के स्टेडियमों में बनी है। सबसे पहला दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था। सचिन ने तब नाबाद 200 रन की पारी खेली थी और टीम इंडिया ने 400 रन बनाए थे। इसके लगभग 22 महीने बाद सहवाग ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम में डबल सेंचुरी लगाई और इस मैच में भी भारत ने 400 के आंकड़े को छुआ।