एमपी में नवंबर का मौसम फरवरी मार्च का सा हो रहा है। तेज धूप के कारण तापमान लगातार बढ़ रहा है। धूप की तल्खी और पारा चढ़ने से लोग परेशान होने लगे हैं। प्रति-चक्रवात की सक्रियता के कारण हवाएं बार-बार दिशा बदल रहीं हालांकि ऐसे लोगों को जल्द ही राहत भी मिलने की संभावना है। कुछ ही घंटों में हवाओं का रुख बदलनेवाला है जिससे तापमान में कमी आने लगेगी और पारा गिरने लगेगा।
एमपी में नवंबर का मौसम फरवरी मार्च का सा हो रहा है। तेज धूप के कारण तापमान लगातार बढ़ रहा है। धूप की तल्खी और पारा चढ़ने से लोग परेशान होने लगे हैं। प्रति-चक्रवात की सक्रियता के कारण हवाएं बार-बार दिशा बदल रहीं हालांकि ऐसे लोगों को जल्द ही राहत भी मिलने की संभावना है। कुछ ही घंटों में हवाओं का रुख बदलनेवाला है जिससे तापमान में कमी आने लगेगी और पारा गिरने लगेगा।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार एमपी में अभी दक्षिण-पूर्वी हवाओं का असर बना हुआ है। दक्षिणी हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। प्रति-चक्रवात की सक्रियता के कारण हवाएं बार-बार दिशा बदल रहीं हैं। हालांकि रात का तापमान सामान्य बना हुआ है। इससे रात में तो हल्की ठंड लग रही है लेकिन दिन में धूप चुभ रही है।
पश्चिमी विक्षोभ 10 नवंबर को सक्रिय होने की संभावना - इस मौसम में बदलाव होनेवाला है। करीब 48 घंटों में ही हवाओं का रुख उत्तरी हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ 10 नवंबर को सक्रिय होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इससे रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 10 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते ही मौसम बदलने लगेगा- इधर पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। राजधानी भोपाल में रात का तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 10 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते ही मौसम बदलने लगेगा।