जानकारी के अनुसार एक ननंद को अपनी भाभी द्वारा यह कहना काफी नागवार गुजरा कि ईश्वर बुढिय़ा सास को उठा ले। शनिवार को मां के निधन से आहत बेटी ने पहले तो भाई को कॉल किया और फिर थोड़ी देर बाद भतीजे पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। परिजन ने उसे लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया, तो पुलिस को मामले की जानकारी लगी। हनुमानगंज थाना पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी बुआ की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मूलत: कानपुर निवासी 51 वर्षीय सैयद रौनक अली प्रॉपर्टी डीङ्क्षलग का काम करते हैं और करीब 6 माह से झांसी में पत्नी साइना के साथ रह रहे हैं। उनका चौथी कक्षा में पढऩे वाला 10 वर्षीय बेटा अहान और 6 साल की बेटी आइदा गुरुनानक कॉलोनी, काजीकैंप में दादी अनिशा बैगम, बुआ असमा और सानिया के साथ रहते हैं। अनिशा बैगम का शुगर की तकलीफ के चलते शनिवार तड़के करीब 4 बजे निधन हो गया।
कॉल काटते ही खून सवार हो गया
47 वर्षीय असमा ने सुबह करीब 6 बजे भाई रौनक को कॉल कर मां के निधन की जानकारी दी। इस बीच उसकी भाभी और भाई से कुछ बात हुई और उसने फोन काट दिया। उसे लगा कि शायद भाई भोपाल नहीं आएगा, वह कुछ देर गुमसुम रही और चंद मिनटों में ही उसके सिर पर खून सवार हो गया। वह रसोई में रखा सब्जी काटने का चाकू ले आई और भतीजे अयान पर टूट पड़ी।
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बताया जा रहा है कि सास अनिशा बैगम और बहु साइना के बीच नहीं बनती थी। कई बार भाभी अजान के समय कहा करती थी कि ऊपर वाला बुढिय़ा को उठा क्यों नहीं लेता। इन बातों से आहत होकर असमा ने भतीजे हमला कर दिया। उसके सिर, पेट, हाथ और पैर में 15 जगह चाकू के निशान हैं। घटना के बाद बुआ सानिया उसे हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंची।