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- 2.50 लाख रुपए बैंक गारंटी के तौर पर देना होगी, जो तीन साल बाद मिलेगी।
- 3.08 लाख रुपए एक्सेस फीस है
- 40 हजार रुपए अन्य शुल्क है
33 मीटर दूरी के बाद तय करनी होगी एप्रोच रोड
बाइपास(Bhopal Bypass Widening) किनारे जो भी कॉलोनी- कॉम्प्लेक्स है, उन्हें मौजूदा बाइपास के सेंटर से किनारे की ओर 33 मीटर बाद से अपनी कॉलोनी- कॉम्प्लेक्स के फ्रंट एमओएस तक सर्विस रोड बनानी होगी। इसकी डिजाइन मंजूर करानी होगी, ताकि कॉलोनी- कॉम्प्लेक्स से कोई भी वाहन सीधे एनएच में एंट्री की बजाय इस तरह एंट्री करें, जिससे वह रनिंग ट्रैफिक से मिलकर आगे बढ़ जाएं।
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रत्नागिरी से बायपास तक अभी कम ही ने एक्सेस की प्रक्रिया की है, लेकिन अब ये जरूरी होगा। सिक्सलेन एनएच किनारे जिनकी भी सीधी एंट्री है वे खत्म होगी। किनारे की कॉलोनी व कॉम्प्लेक्स से जुड़े लोगों ने एक्सेस अनुमति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे दुर्घटना रहित एंट्री सुनिश्चित होगी।
अभी स्थिति
रत्नागिरी से भोपाल बायपास(Bhopal Bypass Widening) तक करीब पांच किमी की लंबाई में किनारे पर कई दुकानें, कॉलोनियां, कॉम्प्लेक्स है। एनएच भोपाल के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके सिंह का कहना है कि यहां रोड किनारे 8000 पेड़ों को काटने के लिए अनुमति की प्रक्रिया शुरू की है। अनुमति मिलने के साथ यहां पेड़ कटाई और फिर दो लेन एनएच व इतनी ही सर्विस लेन के लिए जगह निकालना शुरू की जाएगी। करीब 66 मीटर तक एनएच को चौड़ा किया जाएगा। इसके निर्माण के साथ ही किनारे की कॉलोनियों- कॉम्प्लेक्स पर एक्सेस शुल्क का प्रावधान तय कर शुल्क की वसूली शुरू करेंगे।