(भुवनेश्वर): बोलती रेत की कृतियों को उकेरने में माहिर पद्मश्री सुदर्शन पटनायक को राज्य सरकार ने ललित कला अकादमी के अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया है। सुदर्शन पटनायक ने सैंड आर्ट को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए अद्धितिय योगदान दिया है।
इससे पहले शिल्पकार पद्मविभूषण रघुनाथ महापात्र इस पद पर थे। सुदर्शन पटनायक को भारत में सैंड आर्ट का जनक कहा जाता है। बचपन से ही कला की ओर उनका झुकाव था। अपनी भावनओं को अभिव्यक्त करने के लिए उन्होंने रेत का सहारा लिया। सुदर्शन की इस कला को देश के बाहर भी पहचान मिली। सुदर्शन को देश व विश्व स्तर पर कई पुरस्कार मिले है।