
सड़क हादसे के सबूत से छेड़छाड़ | Image Source - Bijnor Police
SO Constable Suspended Bijnor: बिजनौर जिले के नांगलसोती थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक सड़क हादसे के बाद पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सैदपुरी गांव के पास हुए इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे, जिसके बाद एसपी अभिषेक झा ने कड़ा कदम उठाते हुए नांगलसोती थाने के एसओ सतेंद्र मलिक और सिपाही अमित सैनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जानकारी के अनुसार, हादसे के बाद घटनास्थल पर मौजूद ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपर को थाने लाने की जिम्मेदारी सिपाही अमित सैनी को सौंपी गई थी। लेकिन इस जिम्मेदारी के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरती गई। इसी लापरवाही का फायदा उठाकर डंपर मालिक ने असली डंपर को पुलिस की नजरों से दूर कर दिया।
बताया जा रहा है कि हादसे में शामिल ओवरलोड डंपर को डंपर मालिक ने अपने ईंट-भट्ठे में छिपा दिया। इसके बाद साजिश के तहत एक दूसरा डंपर थाने पहुंचा दिया गया, ताकि जांच को गुमराह किया जा सके। यह पूरी प्रक्रिया न सिर्फ कानून के साथ खिलवाड़ थी, बल्कि हादसे में मारे गए लोगों के साथ भी बड़ा अन्याय था।
जब इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों और परिजनों में नाराजगी बढ़ी और शिकायतें सामने आने लगीं, तब पुलिस महकमा हरकत में आया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बिजनौर ने जांच के आदेश दिए और पूरे प्रकरण की तह तक जाने का निर्देश दिया गया।
इस मामले की जांच एएसपी सिटी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह को सौंपी गई। जांच के दौरान यह साफ हुआ कि डंपर बदलने की घटना में एसओ और सिपाही दोनों की भूमिका संदिग्ध रही। ड्यूटी में घोर लापरवाही और अधिकारियों को सही जानकारी न देने के आरोपों की पुष्टि होने के बाद उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी गई।
जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी अभिषेक झा ने एसओ सतेंद्र मलिक और सिपाही अमित सैनी को तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए। एसपी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि सड़क हादसों से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही, साठगांठ या सबूत से छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
Updated on:
23 Dec 2025 09:02 am
Published on:
23 Dec 2025 09:01 am
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