
बेटी का शव लेकर घंटों रोते रहे मामा और मां पर नहीं मिला एम्बुलेंस, Video देखकर दहल जाएगा कलेजा
बिजनौर. जिला अस्पताल बिजनौर में इलाज कराने आई युवती की मौत हो गई। बेटी की मौत के बाद युवती के घर वाले अस्पताल में ही लाश को रखकर रोने लगे और लाश को जौनपुर ले जाने के लिये अस्पताल के डॉक्टरों से मांग करने लगे। लेकिन, नियमानुसार जनपद से लाश को बाहर भिजवाने के लिए विशेष परिस्थितियों में प्रशासनिक अधिकारियों की अनुमित का इंतज़ार करते रहे। लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों से इस लाचार परिवार को कोई राहत नहीं मिली। बाद में मृतक परिवार के लोगों को रोता-बिलखता देख वहां मौजूद लोगों ने चंदा जमा कर लाश को जौनपुर भिजवाने का इंतेजाम किया।
थाना लाइनपार जौनपुर के मुरादगंज के रहने वाले असलम की पुत्री सफिया खातून अपने मामा याद अली खान और मां के साथ 24 अप्रैल को नगीना देहात क्षेत्र की दरगाह पर जियारत के लिये आई थी। इसी दौरान अचानक से सफिया की तबियत बिगड़ गई। जहां पर नजीबाबाद के एक निजी डॉक्टर के यहां मृतिका का इलाज हुआ और 2 दिन पहले उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल बिजनौर में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतिका की मौत के बाद उनके घर वालों के पास लाश को जौनपुर ले जाने का रुपया नहीं था, जिसको लेकर मृतिका के घर वाले लाश को अस्पताल में रखकर रोने और चिल्लाने लगे। इसके बाद भी अस्पताल से कोई राहत नहीं मिलने पर वहाँ मौजूद लोगों ने चन्दा इक्कठा करके एम्बुलेंस कर शव और मृतिका के परिवार को जौनपुर भिजवाया।
Published on:
10 Jun 2019 08:55 pm
बड़ी खबरें
View Allबिजनोर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
