
बिजनौर. पिछले वर्ष गोरखपुर में दिमागी बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद अब बिजनौर में बुखार ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। यहां बुखार से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुखार जैसी आम बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग नाकाम साबित होता नजर आ रहा है। इसकी वजह से दर्जन भर से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में हैं। साथ ही बुखार के इलाज के दौरान 4 लोगों की मौत के बाद इलाके में कोहराम मचा हुआ है। इतना सब कुछ होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। बुखार से मौत का मामला सामने आने के बाद गांव में कैंप करने की बात कर विभाग के अफसर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।
बिजनौर का तेलपुरा ताजपुर फीना इलाके में कई दिन से कई लोग बुखार से जूझ रहे हैं। इलाज के दौरान 4 लोगों ने बुखार की वजह से दम तोड़ दिया है। लगातार बुखार से हो रही मौत की वजह से घरों में कोहराम मचा हुआ है। इतना सब कुछ होने के बाद भले ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने नालियों की सफाईस छिड़काव और फाउंडिंग की बात कर रहे हैं। हालांकि, तस्वीरों में गांव की हालत साफ तौर से देखी जा सकती है कि नालिया किस कदर गंदगी से अटी हुई हैं। साथ ही कूड़े के ढेर पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बुखार से मौत होने की वजह से भले ही स्वास्थ्य विभाग स्वभाविक मौत होने की बात बयां कर रहा हो, लेकिन ग्रामीणों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग ने 1 दिन ही कैंप दिया था। लेकिन उसके बाद केम्प भी नहीं दिया, जबकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 11 ब्लॉक में 22 कैंप गांव करने की बात कर रहे हैं।
Published on:
20 Oct 2019 06:47 pm
बड़ी खबरें
View Allबिजनोर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
