अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी पढ़ सकेंगे जागती जोत और मधुमति
बीकानेर. सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए जागती जोत और मधुमति पुस्तक पढ़ने के लिए उपलब्ध होगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने आदेश जारी किए हैं। आदेश में राज्य के 15 हजार स्कूलों को ये पुस्तकें क्रय करने को कहा गया है। इसका भुगतान विद्यालय विकास कोष से किया जाएगा। मधुमति पत्रिका का प्रकाशन राजस्थान साहित्य अकादमी तथा जागती जोत का प्रकाशन राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की आेर से किया जाता है। इन दोनों पत्रिकाआें को स्कूलों में उपलब्ध कराने के लिए कई बार प्रयास किए गए थे लेकिन प्रयास विफल साबित हो रहे थे। डॉ. बीडी कल्ला के शिक्षा मंत्री बनने के बाद शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी किए हैं। डॉ. कल्ला के पास कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री का प्रभार भी है। हालांकि इस आदेश के बाद कितने स्कूल इन दोनों पत्रिकाआें का क्रय करेंगे, इस पर संशय है क्योंकि शिक्षा विभाग की स्वयं की शिविरा पत्रिका खरीदने के लिए अधिकांश शिक्षकों ने सदस्यता नहीं ली है। इन दोनों पत्रिकाआें के स्कूलों में शुरू होने से विद्यार्थियों को कई साहित्यकारों के आलेख, कहानियां और रचनात्मक जानकारियां पढ़ने को मिलेगी।