बिना ट्रैफिक नियंत्रण के लोग अनियंत्रित रूप से खड़े रहने वाले ऑटो रिक्शा के कारण दिन भर परेशान होते रहते है। कभी कभार इन ऑटो रिक्शा को आगे पीछे करने के लिए ट्रैफिक कर्मी नजर भी आता है। हालात यह है कि कोटगेट के अंदर से फूलबाई कुए की गली तक और इधर सार्दुल स्कूल तक ऑटो रिक्शा की भरमार रहती है। सड़क के दोनों ओर ऑटोरिक्शा खड़े होने से दुपहिया वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए स्थान भी नहीं मिल पाता है।
दिन में कई बार कोटगेट के अंदर से विश्व ज्योति सिनेमा वाली गली तक जाम लगा रहता है। यातायात विभाग को आमजन को यहां हो रही परेशानियों की जानकारी है। लेकिन ऑटो रिक्शा सलीके से खड़े रहे, यातायात जाम न हो इसको लेकर पुख्ता व्यवस्थाएं नजर नहीं आ रही है। दुकानों के आगे रखा सामान और खड़े रहने वाले दुपहिया वाहनों के कारण भी यातायात जाम होता रहता है।
कई बार लगता है जाम
कोटगेट के अंदर से जोशीवाड़ा की ओर तथा कोटगेट से सार्दुल स्कूल की ओर जाने वाले मार्ग पर दिन में कई बार यातायात जाम लगता है। यातायात पुलिस की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने से लोग परेशान होते रहते है। दुकानों के आगे रखे सामान और ठेला के चलते भी यातायात जाम होता रहता है। शहर के इस व्यस्तम मार्ग पर जो यातायात नियंत्रण की पुख्ता व्यवस्थाएं होनी चाहिए, वे नजर नहीं आ रही है।
निकलती है सैकड़ो टैक्सिया और हजारों दुपहिया वाहन
कोटगेट शहर का ह्दय स्थल है। इसके आस पास प्रमुख बाजार, मार्केट, सब्जी मंडी, कपड़ा बाजार सहित रेलवे स्टेशन, कचहरी,सरकारी कार्यालय और पीबीएम अस्पताल जाने का मार्ग भी है। चौबीस घंटे इस मार्ग पर आवागमन बना रहता है। इस मार्ग रोजाना सैकड़ों लोग निकलते है। सुबह से रात तक सैकड़ों टैक्सियों का संचालन यहां से होता है।
सामान, वाहन और फिर ऑटोरिक्शा
कोटगेट के अंदर से जोशीवाड़ा की ओर जाने वाले मार्ग की स्थिति बदहाल है। दिनभर मार्ग इतना सिकुडा रहता है कि दुपहिया वाहन निकालने में भी मुश्किल आती है। कोटगेट के अंदर गुलाब शाह पीर की दरगाह के आगे दिन भर ऑटो रिक्शा का जमावड़ा रहता है। इस मार्ग पर पहले दुकानों के आगे सामान पड़ा रहता है। फिर उसके आगे दुपहिया वाहन दिन भर खड़े रहते है।
कोटगेट के अंदर से जोशीवाड़ा की ओर जाने वाले मार्ग की स्थिति बदहाल है। दिनभर मार्ग इतना सिकुडा रहता है कि दुपहिया वाहन निकालने में भी मुश्किल आती है। कोटगेट के अंदर गुलाब शाह पीर की दरगाह के आगे दिन भर ऑटो रिक्शा का जमावड़ा रहता है। इस मार्ग पर पहले दुकानों के आगे सामान पड़ा रहता है। फिर उसके आगे दुपहिया वाहन दिन भर खड़े रहते है।
इसके बाद सड़क पर ऑटो रिक्शा का राज रहता है। यहीं स्थिति कोटगेट से सादुल स्कूल की ओर जाने वाले मार्ग की है। इस मार्ग पर भी ऑटो रिक्शा, ठेला गाडा और दुपहिया वाहनों से बार-बार यातायात जाम होता रहता है।