धर्मेन्द्र ने बताया कि आटे की लेई से लिफाफे के कागजों को चिपकाया। लिफाफे के बैक साइड में करीब 15 हार्ड शीट का उपयोग किया गया है। इस लिफाफे का वजन करीब 30 किलोग्राम है। इस बड़े आकार के लिफाफे बनाने का उद्देश्य आमजन को पर्यावरण का संरक्षण देना और पॉलीथिन का बहिष्कार कर कागज से बने लिफाफों का उपयोग करना है। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। धर्मेन्द्र इससे पहले 121 प्रकार के पानी पुरी यानि गोल गप्पे बनाकर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज करवा चुके है।