भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवानलाल सोनी ने बताया कि सूत्रों से सूचना मिली कि छतरगढ़ तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कैशियर तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर आपस में मिलीभगत कर रिश्वत के रूप में कमीशन राशि ले रहे हैं तथा उक्त राशि में से कैशियर के पास करीब चार से पांच लाख रुपए मिलने की संभावना है।
इस पर एसीबी बीकानेर के पुलिस अधीक्षक गगनदीप ङ्क्षसगला के निर्देशन में एसीबी बीकानेर की स्पेशल यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा के नेतृत्व टीम ने पुलिस निरीक्षक दिलीप कुमार खत्री के साथ बुधवार शाम को छतरगढ़ तहसील कार्यालय की पंजीयन शाखा में आकस्मिक जांच की। इस दौरान तहसील कार्यालय के सूचना सहायक कम कैशियर इरफान भाटी पुत्र मोहम्मद इकबाल भाटी निवासी दाउजी रोड सिपाहियों का मोहल्ला बीकानेर के पास रजिस्ट्री के कमीशन के रूप में 2 लाख 74 हजार 400 रुपए मिले तथा कमीशन राशि का हिसाब-किताब मिला।
उक्त राशि के संबंध में सूचना सहायक द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जिससे यह राशि रजिस्ट्री के कमीशन के बदले ली गई। रिश्वत प्रतीत होने पर आरोपी को मौके से गिरफ्तार किया गया। इस प्रकरण में छतरगढ़ तहसील कार्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।