आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि निगम में 9 कार्यवाहक स्वच्छता प्रभारियों को हटाने के आदेश बार-बार जारी किए जा रहे है, जो अनुचित है। ये कार्यवाहक स्वच्छता प्रभारी पिछले तीन साल से कार्य को संभाले हुए है। स्वच्छता प्रभारी वर्ष 2018 की भर्ती के नहीं वर्ष 2014 की भर्ती के है। आरोप लगाया कि अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव बनाकर बार-बार आदेश जारी करवाए जा रहे है। इस दौरान राजेश पंडित, चन्द्रप्रकाश सियोता, दीपक बारासा, सोहन लाल, घनश्याम लोहिया, अशोक चांवरिया, शेरसिंह जावा, आकाश, सुभाष वाल्मीकि, जगदीश सोलंकी आदि मौजूद रहे।