ईद को लेकर घरों में साफ-सफाई के साथ ईद की नमाज और नए वस्त्रों सहित विभिन्न प्रकार की तैयारियों में परिवारजन जुट गए है। महिलाएं हाथों पर मेहन्दी लगाने की तैयारियां कर रही है। वहीं बाजारों से विभिन्न प्रकार के सामान खरीदे जा रहे है। ईद पर बनाए जाने वाले आटे के चूरमें की भी तैयारी हो रही है। चूरमें को घी और चीनी के साथ बनाया जाता है।
कोरोना महामारी का असर हालांकि इस बार ईद की तैयारियों पर नजर आ रहा है फिर भी लोग कोरोना महामारी के चलते सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ईद को उल्लासपूर्वक मनाने की तैयारियों में जुटे हुए है।
बाजारों में बढ़ी रौनक
ईद उल अजहा को लेकर बाजारों में रौनक बढऩी शुरू हो गई है। लोग ईद को लेकर खरीदारी करने बाजारों में पहुंच रहे है। हालांकि इस बार कोरोना महामारी का असर ईद की खरीदारी पर भी नजर आ रहा है लेकिन ईद को पारम्परिक तरीके से और उल्लासपूर्वक मनाने के लिए नए वस्त्रों, टोपियों, इत्र, चूडियों, चप्पल-जूत्तों सहित विभिन्न प्रकार के सामानों की दुकानों पर खरीदारी चल रही है।
घरों में करें इबादत, गरीबों की करें मदद
ईद उल अजहा त्याग, तपस्या और बलिदान का संदेश देती है। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार ईद पर घरों में ही नमाज पढ़े, इबादत करें और गरीबों की मदद करें। शहर काजी मुश्ताक अहमद, नायब शहर काजी शाहनवाज हुसैन और ईदगाह कमेटी के संरक्षक हाफिज फरमान अली ने कहा है कि कोरोना महामारी को लेकर प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देश का पालन करते हुए ईद का पर्व मनाएं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि है कि अपने घरों में रहकर इबादत करें। सरकार और प्रशासन की ओर से कोरोना को लेकर जारी निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का खात्मा हो, सभी स्वस्थ्य रहे, आपसी प्रेम और भाईचारे के लिए दुआ की जाएगी।