शहर के तालाब और तलाइयों में बारिश के पानी पहुंचने के लिए न केवल खुला परिसर बल्कि नाले भी बने हुए थे। खुली जमीनों पर लगातार अतिक्रमण हो रहे है। तालाबों में पानी आने के मार्गों पर सड़कें बन चुकी है। हालात यह है कि शिवबाड़ी तालाब, हर्षोल्लाव तालाब, संसोलाव तालाब और धरणीधर तलाई में इस बार बारिश के बाद भी पानी नहीं भर पाया है। आमजन की शिकायत के बाद भी अतिक्रमण की तरफ कोई गौर नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से जिन सड़कों पर पानी नहीं ठहरना चाहिए, वहां भी बरसाती पानी भरता है। इससे सड़कों पर गड्ढ़े हो गए और डामर उखड़ गया है।