डॉ. बिस्सा ने बताया कि विश्वविद्यालय की आईक्यूएसी की ओर से तैयार की गई विश्वविद्यालय प्रवेश नीति, पब्लिकेशन नीति, शोध उन्नयन नीति, खेल नीति,अन्तर्राष्ट्रीय विद्यार्थी नीति पर 10 दिवस में सुझाव आमंत्रित कर लागू करने का निर्णय लिया गया। विद्या परिषद् ने निर्णय लिया कि गत चार वर्षो से बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़ व श्रीगंगनगर के सम्बद्ध महाविद्यालयों को राज्य सरकार की ओर से अनापति प्रमाण-पत्र जारी नही किया गया है, ऐसे महाविद्यालयों को आगामी सत्र 2022-23 से प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने रोक लगाई गई।
बैठक में प्रो. राज सेनानी, डॉ. श्रवण कुमार सैनी, डॉ. भंवर लाल विश्नोई, डॉ. निधि गुप्ता, डॉ. राकेश हर्ष, प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ. जी.पी. सिंह, डॉ. भगवानाराम विश्नोई, डॉ. मीनू पूनिया, डॉ. मिनाक्षी मिश्रा, डॉ. बीएस रतन, प्रो. राजाराम चोयल सहित समस्त पाठ्यक्रमों के संयोजक उपस्थित रहे।