बीकानेर के स्थान पर दिल्ली में फूड लाइसेंस बनाए जाने के आदेश जारी होने के बाद स्थानीय व्यापारियों ने देश के सांसदों और विधायकों को पत्र लिखकर इसे स्थानीय स्तर पर करने की मांग की थी। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पचीसिया ने बताया कि यह बीकानेर के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। इसके लिए केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल का विशेष योगदान रहा है। पचीसिया ने बताया कि बीकानेर के भुजिया-पापड़ और मिठाई की पहचान देश में ही नहीं विदेशों में भी है।
यहां के स्थानीय व्यापारी छोटे एवं बड़े स्तर पर काम करते हैं। पचीसिया के अनुसार बीकानेर जिला उद्योग संघ एवं उससे जुड़ी विभिन्न संस्थाओं ने दिल्ली में फूड लाइसेंस बनाए जाने का जमकर विरोध किया था, यही कारण रहा कि केन्द्र सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा। अब बीकानेर के लघु उद्यमी स्थानीय स्तर पर ही अपने उत्पादों का फूड लाइसेंस बना सकेंगे। सरकार ने भुजिया-पापड़ और मिठाई की नई श्रेणी बनाते हुए यह छूट जारी की है।
बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल सचिव वीरेंद्र किराडू, विनोद गोयल, कुंदनमल बोहरा, मनीष नाहटा, नरेश मित्तल, हरिकिशन गहलोत, केके मेहता, श्रीधर शर्मा आदि ने भी प्रसन्नता व्यक्त की है। वहीं पापड़ भुजिया मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वेद प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार की ओर से संशोधित नोटिफिकेशन जारी होने के बाद स्थानीय स्तर पर फूड लाइसेंस बनने शुरू भी हो गए हैं।