इनका ले रहे सहयोग
अपराध के दल-दल में धंसने से युवाओं को बचाने के लिए थाने के बीट कांस्टेबल, ग्रामरक्षक, पुलिस मित्र, सखी के अलावा सीएलजी सदस्य, गांवों के पंच-सरपंच, समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों का सहयोग लिया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं बीकानेर रेंज कार्यालय की साइबर सेल को इस काम में विशेष रूप से लगाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अमित कुमार बुड़ानिया को सोशल मीडिया पर आपराधिक लोगों से सांठ-गांठ रखने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की हिदायत दी गई है।
आकर्षित कर रहा ग्लैमर
आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के ऐशो-आराम व अय्याशी को देखकर युवा वर्ग उनके प्रति आकर्षित होते हैं। वह भी उनकी तरह जल्द अमीर बनने का सपना देखते हैं। इसी सपने को पूरा करने के लिए लिए वह भी शॉर्टकट अपना रहे हैं। व्यापारी, जनप्रतिनिधि व प्रतिष्ठित व्यक्तियों को धमकाने और उनसे वसूली का खेल खेलते हैं। हार्डकोर व गैंगस्टरों के भाई व रिश्तेदार बनकर आमजन को डरा-धमका रहे हैं। वे यह सोचते हैं कि वाट््सअप कॉल व इंटरनेशनल कॉल करके वह अपनी पहचान छुपा सकते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं है। पुलिस के पास नई तकनीक व साइबर एक्सपर्ट के चलते ऐसे कृत्य करने वाले पुलिस से बच नहीं सकते।
हाल ही में सामने आए मामले
आठ जून को खाजूवाला में 21 केवाईडी निवासी सोहनलाल बिश्नोई से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। कॉल करने वाले ने खुद का लॉरेंस बिश्नोई का धर्म भाई बताया। जबकि धमकी देने वाला परिवादी का पारिवारिक मित्र है।
13 व 14 मई की रात को पूगल थाना क्षेत्र के व्यापारी जयप्रकाश ज्याणी से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की रकम नहीं देने पर 19 मई की रात को परिवादी के घर पर फायरिंग की गई।
भाजपा नेता दीपक पारीक को दो बार फोन कर लाखों रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
सात जून को उदयपुर में कांग्रेस की बाड़ाबड़ी में रह रहे आपदा प्रबंधन मंत्री गोङ्क्षवदराम मेघवाल को फोन कर 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। फिरौती की रकम नहीं देने पर बेटे-बेटी को जान से मारने की धमकी दी गई। धमकी मलेशिया में बैठे युवक ने इंटरनेशनल कॉल कर दी, जिसने खुद को लॉरेंस गैंग का सदस्य बताया।
इनका कहना है...
हाईकोर बदमाशों के फेसबुक, इंस्टाग्राम से जुड़े बीकानेर के करीब एक हजार लोगों को चिन्हित किया गया है। संबंधित थाना प्रभारियों को युवकों का बायोडेटा तैयार करने के लिए कहा गया है। वर्तमान में यह युवा क्या कर रहे हैं और इसके संबंध किस तरह के लोगों से हैं, की जानकारी जुटाई जा रही है। बदमाशों के संपर्क में रह रहे युवाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए जिले में एक विशेष टीम बनाई गई है। डीएसटी को भी विशेष रूप से निर्देशित किया गया है।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक