शोभासर को पानी मिलने का यह सिस्टम
इंदिरा गांधी मुख्य नहर आरडी 746 से पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर निकलती है। इसमें पम्पिंग स्टेशन बने हुए हैं। साथ ही 150 फीट ऊंचाई तक पानी लिफ्ट करके देते हैं। यह 29.2 किलोमीटर लम्बी नहर अमरपुरा से शुरू होकर नोखा दैया तक जाती है। जिससे बीकानेर के शोभासर जलाशय को पानी मिलता है। आरडी 750 हैड पर बने गेट खुले होने से पानी आगे जैसलमेर की तरफ जाना शुरू हो गया है। यहां गेटों को बंद कर पौण्ड लेवल (पीछे नहर को पूरी तरह भरना) तक लाया जाता है। जिससे पानी पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर में चलाया जाता है। सिंचाई विभाग ने आरडी 750 हैड के गेट बंद नहीं किए हैं, जिससे पानी का लेवल बीकानेर को पानी देने वाली नहर के लिए नहीं बन पाया है। यहां नहर करीब 17 से 20 फीट तक भरने पर पानी आगे छोड़ा जाए, तभी बीकानेर के शोभासर जलाशय में पानी आ पाएगा।
दस घंटे लगेंगे पौण्ड लेवल में
आरडी 750 पर गेट बंद करने के बाद करीब दस घंटे नहर का पौण्ड लेवल बनने में लगेगा। इसके बाद लिफ्ट नहर में पानी प्रवाहित हो पाएगा। शनिवार देर रात तक पानी आगे जैसलमेर की तरफ जा रहा था। जलदाय विभाग के अधिकारी शोभासर जलाशय में पानी लेने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क में थे। परन्तु पानी रोककर नहर का लेवल भरने के लिए अधिकारी तैयार नहीं हुए।