प्रशिक्षण की मुख्य संदर्भ व्यक्ति सुनीता गहलोत ने प्रशिक्षणार्थियों को सूती और रेशमी धागे, मौली, ऊन, रूद्राक्ष, तुलसी चंदन के दाने, मोती आदि से राखियां बनाने के गुर बताए। कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य के अनुसार जरुरतमंद महिलाएं राखियां बनाकर घर बैठे ही रोजगार प्राप्त कर सकेगी। कार्यक्रम सहायक तलत रियाज के अनुसार संस्थान की ओर से महिलाओं की आत्मनिर्भरता को लेकर अब तक वॉशिंग पाउडर, साबुन, हैण्ड वॉश, कपड़े धोने का लिक्विड, मोमबत्ती और सेनेटाइजर के लिए लघु प्रशिक्षण दिए जा चुके है।
प्रशिक्षण में काजल सोलंकी, पूजा सोलंकी, आरती पुरोहित, मनीषा पंवार, मुस्कान, शोभा गहलोत,खुशबू जीनगर, गीता सोलंकी, प्रीति सोलंकी, कंचन सोलंकी, राधिका गहलोत आदि ने भाग लिया।