नहीं बनी सूची
वर्षों से शहर में तरणताल संचालित होने के बावजूद नगर निगम अब तक इनका सर्वे कर सूची भी नहीं बना पाया है, जबकि स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों को माने तो निगम को तरणतालों का न केवल पंजीयन करना है, बल्कि इनके संचालन, सुरक्षा आदि को लेकर नियम भी बनाने हैं। इस कार्य के लिए निगम को राजस्व भी मिल सकता है।
शहर में संचालित अधिकतर तरणताल संचालक सुरक्षा को नजरअंदाज किए हुए हैं। तरणतालों में नहाने के दौरान जो सुरक्षा के मापदण्ड और व्यवस्था होनी चाहिए, उन पर अधिक ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
सुरक्षा के हों कडे़ मापदण्ड
&शहर में तरणतालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नहाने के दौरान इनमें डूबने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह तरणतालों को लेकर नियम-कायदे बनाए। सुरक्षा के कडे़ मापदण्ड निर्धारित करे। समय-समय पर इनमें सुरक्षा संसाधनों की जांच करे।
राजेन्द्र शर्मा, पार्षद व तैराकं