
हड़ताल पर रहने वाले 205 ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी हुए बर्खास्त
सीएमएचओ डॉ रोजेश शुल्का ने बताया कि जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी वेतन विसंगति समेत कई मांगों को लेकर 21 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे। इससे ग्रामीण क्षेत्र की सेवाएं प्रभावित हो रही थी। कर्मचारियों के अनाधिकृत रूप से लगातार हड़ताल पर रहने से के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में होने वाले टीकारण, डायरिया की रोकथाम, डैंगू के रोकथाम, मलेरिया की रोकथाम गर्भवती महिलाओं की जांच् , स्कूल हेल्थ समेत सभी कार्यक्रम प्रभावित हो रहे थे। लोगो को परेशानी होने पर उनकी तरफ से लगातार शिकायतें आ रही थी। कलेक्टर द्वारा 25 अगस्त को सभी कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने का अल्टीमेंटम दिया गया था साथ ही काम पर नहीं लौटने पर एकतरफा कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई थी। इसके बाद भी कर्मचारियों ने फरमान का पालन नहीं किया औरलगातार हड़ताल पर बने रहे। कर्मचारियों ने अनाधिकृत रूप से हड़ताल पर जाकर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 की धारा 6,7 और एस्मा छत्तीसगढ़ आत्यावश्यक सेवा संधारण व विच्छिन्नता निवारण अधिनियम 1979 की उपधारा 2व 3 का उल्लंघन किया है। एक्ट के तहत जिले के 205 ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है।
आदेश के विरोध में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन आज सौंपेगा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन बिलासपुर के महासचिव किशोर शर्मा ने बताया कि सीएमएचओ द्वारा जारी बर्खास्तगी आदेश के विरोध में सोमवार 4 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगा। ज्ञापन सौंपने से पहले पुराने कंपोजिट बिल्डिंग से रैली निकाली जाएगी।
Published on:
03 Sept 2023 10:10 pm
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