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BREKING NEWS : शैलेष पाण्डेय कांग्रेस पार्टी में हुए शामिल, देखें विडियो

उनके कांग्रेस प्रवेश होने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलकों में काफी हलचल मच गई है

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Kajal Kiran Kashyap

Jul 03, 2017

congress party

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बिलासपुर. बिलासपुर के कोटा में स्थित डॉ.सीवी रामन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव और समाजसेवी शैलेष पाण्डेय सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के समक्ष कांग्रेस में शामिल हो गए। हालांकि वे मंगलवार को रायपुर में प्रभारी सचिव बीके हरिप्रसाद समक्ष कांग्रेस में शामिल होने वाले थे।

आज शहर के कांग्रेस पार्टी में काफी हलचल रही। डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के समक्ष कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया है। पत्रिका द्वारा प्रदेश अध्यक्ष से जब पूछा गया कि-शैलेष पाण्डेय को किस पद में रखा जाएगा। इस उन्होंने कहा कि -अभी वे संगठन में रहकर काम करेंगे। टिकट देने का अधिकार मेरा नहीं है। यह हाईकमेटी द्वारा निर्णय लिया जाएगा।


हालांकि शैलेष पाण्डेय काफी समय से राजनीति में आने को लेकर निर्णय ले चुके थे। इसी के चलते वे शहर सहित आसपास के क्षेत्र में सभी कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे थे। पिछले दिनों पत्रिका द्वारा कराए गए सिटी पर्सनालिटी नाम से एग्जिट पोल में शहर के सबसे लोकप्रिय शख्स के लिए वोटिंग हुई थी जिसमें वे भारी अंतर से वोट प्राप्त किया था। इस एग्जिट पोल में शैलेष पाण्डेय के अलावा मंत्री अमर अग्रवाल, नरेन्द्र बोलर, महापौर किशोर राय, अमित जोगी सहित सभी राजनीतिक दलों के खास व्यक्तियों को पछाड़कर पाण्डेय ने इस पोल में जीत दर्ज की थी।


समय-समय पर शैलेष पाण्डेय ने कई सार्वजनिक स्थानों पर क्षेत्र के विकास का संकल्प लेते हुए राजनीतिक में आने का इशारा किया था। लेकिन वे किस राजनीतिक दल के बैनर तले यह काम करेंगे इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया था। उनके कांग्रेस प्रवेश होने की घोषणा के बाद राजनीतिक हलकों में काफी हलचल मच गई है। शैलेष पाण्डेय काफी जमीनीं व जनाधार वाले शख्स कहलाते हैं और समय-समय पर वे जिले में होने वाले सामाजिक व अन्य कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर सहयोग कर उसमें हिस्सा लेते हैं।


उनके कांग्रेस में जाने के फैसले से राजनीतिक जानकार काफी आश्चर्यचकित है। क्योंकि कहा जा रहा था कि वे भाजपा में जा सकते हैं, लेकिन क्षेत्र की भाजपा के मठाधीश माने वाले कुछ नेताओं उनकी अनबन की चलते उन्होंने यह फैसला लिया है। इस संबंध में उन्होंने पत्रिका डिजिटल से बात करते हुए कहा कि-राजनीति और कांग्रेस में प्रवेश के निर्णय उन्होंने क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए लिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में व्यापारियों का कब्जा हो गया है। जन प्रतिनिधि जनसेवा न कर विकास की आड़ में धंधा कर रहे हैं। पिछले एक दशक से बिलासपुर सहित पूरे क्षेत्र का विकास ठप पड़ गए है। आज क्षेत्र को एक युवा और जनसेवक की जरुरत है। जो लोगों के पास जाकर उनके दु:ख-दर्द को समझकर उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाए।