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नए साल से ये आदत छोड़ दीजिए… ट्रैफिक और सेहत दोनों के लिए खतरनाक

CG News: दोपहिया वाहन चालक वाहन चलाते समय मोबाइल को गले और कंधे के बीच दबाकर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। यह नजारा अब अपवाद नहीं, बल्कि रोजमर्रा की परम्परा बन चुका है...

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दोपहिया वाहन चालक वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करता हुआ शख्स ( Photo - Patrika )

CG News: शहर की सडक़ों पर इन दिनों एक बेहद खतरनाक और चिंताजनक प्रवृत्ति तेजी से फैलती जा रही है। दोपहिया वाहन चालक वाहन चलाते समय मोबाइल को गले और कंधे के बीच दबाकर बातचीत करते नजर आ रहे हैं। यह नजारा अब अपवाद नहीं, बल्कि रोजमर्रा की परम्परा बन चुका है। लोग फोन आने या करने पर वाहन रोकना समय की बर्बादी समझ रहे हैं और चलते-चलते गला तिरछा कर मोबाइल दबाकर बात करना ठीक मान रहे हैं, जो कई मायने पर बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।

CG News: जान और सेहत दोनों दांव पर

इस आदत को रोकने के लिए केवल चालान काफी नहीं, बल्कि जागरूकता अभियान भी जरूरी है। जब तक लोग खुद यह नहीं समझेंगे कि समय बचाने के चक्कर में वे अपनी जान और सेहत दोनों दांव पर लगा रहे हैं, तब तक यह खतरा बना रहेगा। सवाल यह है कि क्या लोग खुद संभलेंगे, या इन पर सख्ती जरूरी है।

समय बचाने की सोच, जान पर भारी

दोपहिया वाहन चलाते समय संतुलन सबसे अहम होता है, लेकिन जब चालक का ध्यान सडक़ की बजाय फोन पर होता है, तो हादसे का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। अचानक ब्रेक लगने, गड्ढे या सामने से आ रहे वाहन की स्थिति में चालक प्रतिक्रिया नहीं दे पाता। यही वजह है कि ऐसे मामलों में स्किड होने, गिरने और गंभीर चोट की आशंका बनी रहती है।

एएसपी ट्रैफिक रामगोपाल करियारे ने कहा कि मोबाइल पर बात करते समय चालक का ध्यान सडक़ से भटक जाता है। संतुलन बिगडऩे से दोपहिया फिसलने और गिरने की आशंका कई गुना बढ़ती है। अचानक ब्रेक या मोड़ पर वाहन नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। पैदल यात्रियों और अन्य वाहनों से टक्कर का खतरा बना रहता है। यह आदत गंभीर सडक़ हादसों और जानलेवा दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।

अस्थि रोग विशेषज्ञ, डॉ. विनोद तिवारी ने कहा कि सेहत पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव, गला एक ओर झुकाकर मोबाइल दबाने से सर्वाइकल स्पाइन पर असामान्य दबाव पड़ता है। लगातार ऐसा करने से गर्दन दर्द, अकडऩ और कंधों में जकडऩ की समस्या। नसों पर दबाव बढऩे से हाथों में झनझनाहट और सुन्नता की शिकायत। लंबे समय में सर्वाइकल डिस्क, रीढ़ की हड्डी और पोस्टर संबंधी गंभीर दिक्कतें। सिरदर्द, चक्कर और मांसपेशियों में खिंचाव का खतरा भी बढ़ता है। अगर बहुत जरूरी फोन भी हो तो गाड़ी रोककर सडक़ किनारे खड़े होकर बात कर लें। हेडफोन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।