मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस और भाजपा के लिए बना प्रतिष्ठा का प्रश्न : मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में इस बार कांग्रेस के विधायक दिलीप लहरिया फिर से टिकट के लिए दावेदार हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने पूर्व मंत्री डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी को 24 हजार मतों से हराया था। लहरिया को अजीत जोगी का बेहद करीबी माना जाता था। हालांकि लहरिया पर निष्क्रियता के आरोप भी हैं। कांग्रेस संगठन द्वारा सक्रिय नहीं होने का इन पर लगातार उंगलियां उठाई गई। यही कारण है कि क्षेत्र में अनुसूचित जाति की अध्यक्ष मीना आडिल, महेन्द्र गंगोत्री, गिरजा शंकर जौहर, सरोज डहरिया, मदनलाल टंडन सहित 20 दावेदारों ने कांग्रेस से टिकट के लिए आवेदन किया है। इधर भाजपा से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी फिर टिकट के प्रबल दावेदार हैं। वे क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं। भाजपा से ही मस्तूरी नगर पंचायत अध्यक्ष चांदनी भारद्वाज, रामनाराण भारद्वाज, पृथ्वीपाल, चंद्रकांत सूर्या सहित 20 दावेदार हैं। चांदनी सांसद कमला पाटले की बेटी हैं, इसलिए वे भी टिकट के लिए प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। वहीं जनता कांग्रेस से राजेश्वर भार्गव, लक्ष्मी भार्गव और आप पार्टी से लक्ष्मी गंधर्व दावेदारी के लिए तैयार हैं। यह दोनों भी अपनी किस्मत अजमाएंगे।
जनता भाजपा के साथ है : नता भाजपा के साथ है। कांग्रेस, जनता कांग्रेस यह दोनों विपक्षी दल हमको नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी। क्योंकि भाजपा ने क्षेत्र में अनेक विकास कार्य कराएं है। भाजपा शासनकाल में ही मुंगेली को जिले का दर्जा मिला है। इसलिए जनता हमें प्रचंड मतों से जिताएगी।
कोमल गिरी गोस्वामी, जिलाध्यक्ष भाजपा, मुंगेली
कांग्रेस दमखम के साथ लड़े्रगी चुनाव : मस्तूरी में कांग्रेस दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी। क्षेत्र में भाजपा नेताओं द्वारा बड़े-बड़े घोटाले किए गए हैं। नगर पंचायत भी इससेअछूता नहीं रहा है, जिसका लाभ हमे मिलेगा। इस बार हम फिर से भाजपा को मस्तूरी की जमीन पर पटखनी देंगे।
विजय केशरवानी, जिलाध्यक्ष कांग्रेस, बिलासपुर