CG Cyber Crime: फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक आईडी बनाकर फालोअर व परिचितों से आवश्यकता का झांसा देकर रुपए की मांग की जा रही है।
बिलासपुर। CG Cyber Crime: फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक आईडी बनाकर फालोअर व परिचितों से आवश्यकता का झांसा देकर रुपए की मांग की जा रही है, दूसरी ओर दोस्त की सहायता के लिए समान खरीदने का झांसा देकर ठगी की जा रही है।इस तरह बिलासपुर सहित प्रदेश भर में 200 से अधिक शिकायत पुलिस के पास पहुंची है। पुलिस मामले में साइबर ठगों को तलाशने का हवाला दे रही है।
साइबर ठग लोगों को झांसे में लेने के लिए नई-नई खोज इजाद कर रहे हैं, तो कुछ मामलो में कारगार पुराने मामलों से भी ठगी की वारदात को अंजाम देने की शिकायत थानों में पहुंच रही है। कुछ महीने से आईपीएस, आईएएस व उद्योगपतियों के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर रुपए मांगने की शिकायत थाने पहुंच रही है। साइबर ठग फेक इाईडर के माध्यम से फालोअर व उनके फ्रेंड को मैसेजिंग एप के माध्यम से लगातार सहायता के नाम पर रुपए की डिमांड कर लोगों को झांसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो महीने भर में ठगी के ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस इन शिकायतों के आधार पर सोशल मीडिया अकाउंट की आईपी एड्रेश सर्च करने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर काम कर रही है। कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी हाथ लगी है।
इन आईएएस व आईपीएस के नाम पर भेजे गए हैं मैसेज
बिलासपुर जिले के अलावा अन्य जिलों में पदस्थापना के दौरान आईपीएस रतनलाल डांगी, आईपीएस संतोष सिंह, आईएएस सर्वेश्वर भूरे सहित अन्य अधिकारियों के नाम पर साइबर ठगों ने फेक आईडी बनाकर फालोअर व फैंड लिस्ट में शामिल लोगों को सहायता के नाम पर रुपए की मांग का मैसेज भेज चुके हैं।
निरीक्षण के नाम का संदेश पढ़ युवक हुआ ठगी का शिकार
तालापारा टंडन बाड़ा निवासी आशीष टंडन को 21 अगस्त को पुलिस निरीक्षक कृष्णा पटेल की आईडी से मैसेज पहुंचा कि उनका दोस्त सकरी बटालियन में पदस्थ है। जम्मू कश्मीर पोस्टिंग होने की वजह से अपना सामान यहीं बेच कर जाना चाहता है। झांसे में आकर आशीष ने दिए नंबर पर बात की और फिर फोन पे से 60 हजार ट्रांसफर कर दिया। फोनपे हिस्ट्री चेक करने पर पता चला कि पुलिस निरीक्षक कृष्णा पटेल की फेक आईडी का इस्तेमाल कर यह मैसेज किया गया था।
बिलासपुर एसपी के नाम पर रुपए की मांग
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के नाम पर फेक आईडी बनाकर फलोअर से रुपए की मांग की जा रही थी। जानकारी होने पर पुलिस कप्तान ने फेसबुक के माध्यम से अपने फालोअर को बताया कि उनकी फेक आईडी बनाई गई है, किसी भी प्रकार का लेन देन न करें।
कन्फर्म होने के बाद ही करें लेनदेन
सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर लोगों को संदेश भेज कर दूसरों की मदद के नाम पर रुपए की डिमांड की जा रही है। लगातार ऐसी शिकायत बढ़ रही है। पुलिस की टीम आईपी ट्रैक कर उन आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। लोगों को चाहिए की लेन-देन करने से पहले मैसेज या फिर फोन नम्बर हो तो कन्फर्म करने के बाद ही लेन देन करें।
संतोष कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर
फारेंसिक एक्सपर्ट, , साइबर क्राइम, गोपिका बघेल ने कहा-
स्वयं का फर्जी अकाउंट बनने से बचाने के लिए, प्रत्येक प्लेटफार्म व वेबसाइट के लिए यूनीक और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना आवश्यक है। एक मजबूत पासवर्ड में कम से कम 12 अक्षर लंबा होना चाहिए। अपने पासवर्ड में अपरकेस व लोअरकेस अक्षरों, संख्याओं खासकर स्पेशल सिम्बल शामिल करने से अकाउंट को हैक करने से रोका जा सकता है। यूजर को 2-फैक्टर प्रमाणीकरण को ऑन करने से आपके खातों में सुरक्षा की एक और परत जुड़ जाती है।