प्रभु-दर्शन भवन टिकरापारा में उडान बाल संस्कार शिविर के दूसरे दिन राकेश भाई द्वारा आसन प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। संतुलन, एकाग्रता व कद बढ़ाने के लिए ध्रुव आसन, वृक्षासन व ताड़ासन का अभ्यास सिखाया गया। नीता बहन ने एक कहानी सुनाई कि एक जैसी दिखने वाली तीन गुडिय़ों की कीमत अलग-अलग थी।
बिलासपुर. प्रभु-दर्शन भवन टिकरापारा में उडान बाल संस्कार शिविर के दूसरे दिन राकेश भाई द्वारा आसन प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। संतुलन, एकाग्रता व कद बढ़ाने के लिए ध्रुव आसन, वृक्षासन व ताड़ासन का अभ्यास सिखाया गया। नीता बहन ने एक कहानी सुनाई कि एक जैसी दिखने वाली तीन गुडिय़ों की कीमत अलग-अलग थी।
सबसे सस्ती वो गुडिय़ा थी जिसके एक कान मे तार डालने पर दूसरे कान से निकल गई। उससे कीमती वह गुडिया थी जिसके एक कान मे तार डालने पर मुंह से निकल गई। सबसे कीमती वह गुडिय़ा थी जिसके एक कान मे तार डालने पर पेट में समा गई। शिक्षा मिली कि ज्ञान को समाने से ही मूल्यवान बनते हैं।
विद्युत उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष भूषण वर्मा ने मोबाइल के दुरुपयोग के दुष्परिणाम बताए व कहा कि मोबाइल हमारे व्यर्थ विचारों की गति को बड़ा देता है और शरीर को आलसी बना देता है। उन्होंने सबके सामने कुछ बच्चों से प्रैक्टिकल प्रयोग कराते हुए यह बतलाया कि कैसे मोबाइल पकडऩे से शरीर की शक्ति कम हो जाती है। पढ़ाई में रुचि और लक्ष्य हमेशा याद रहे तो मोबाइल टीवी के लिए समय ही नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान के सागर परमात्मा को याद करने से बुद्धि तेज होती है मैंने स्वयं राजयोग के अभ्यास से अनुभव किया है। उन्होंने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
आपसी सामंजस्य से कार्य को गति मिलती है: पूर्णिमा
पूर्णिमा बहन ने ओमशान्ति का अर्थ बताया कि मैं आत्मा शांत स्वरूप हूं, शान्तिधाम मेरा घर है और शान्ति के सागर परमात्मा की संतान हूं। आत्मा के अंदर सात गुण होते हैं - सुख, शान्ति, आनन्द, प्रेम, पवित्रता, ज्ञान और शक्ति। आपसी सामंजस्य से कार्य को गति मिलती है इसके लिए गौरी बहन ने बच्चों को हूला हूप का खेल खिलाया। उन्होंने झूम - झूम हर कली, बाग -बाग कह चली... और हम शिवबाबा के लाल हैं गीत पर एक्शन सांग का अभ्यास कराया। बच्चों को होमवर्क भी दे रहे हैं कि घर से निकलते समय व घर पहुंचने पर माता पिता के पैर अवश्य छुएं। रात्रि में सोने से पूर्व मेडिटेशन में भगवान को गुडनाइट करके सोना और प्रात: उठते भी गुडमॉर्निंग मेडिटेशन करना व स्नान करके ही शिविर में आना।