
Farmers Loan : चुनावी वर्ष में कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या तो नहीं बढ़ी, लेकिन कर्ज लेने वाले किसानों ने ज्यादा कर्ज ले लिया। कांग्रेस के वर्ष 2018 में कर्ज माफी करने की चुनावी घोषणा के कारण किसानों ने बढ़-चढ़कर कर्ज ले लिया। बिलासपुर जिले के साथ सक्ती व मुंगेली जिले में बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या कम हुई जरूर, लेकिन कर्ज की राशि बढ़ गई। वित्तीय वर्ष 2022-23 में बिलासपुर, जीपीएम, मुंगेली, जांजगीर, सक्ती व कोरबा जिले के किसानों ने 741.39 करोड़ कर्ज लिया था।
इस वित्तीय वर्ष में किसानों ने 919.07 करोड़ कर्ज लिया है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बिलासपुर के अंतर्गत बिलासपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, सक्ती व कोरबा जिले के 147438 किसानों ने वर्ष 2018-19 में 461.36 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। यह कर्ज सरकार ने अपनी चुनावी घोषणा के तहत माफ कर दिया था। इसके बाद लगातार प्रत्येक वित्तीय वर्ष में किसानों की संख्या और कर्ज की राशि बढ़ती गई। इनमें बिलासपुर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधीन आधा दर्जन जिलों के बैंकों के किसानों को वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर 2022-23 तक लिए गए कर्ज को धान बेचकर चुकाना पड़ा था।
4750 किसान घटे, लेकिन कर्ज बढ़ा
वित्तीय वर्ष 2022-23 में आधा दर्जन जिलों के 2,16,563 किसानों ने 741.39 करोड़ कर्ज लिया था। वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2,11, 813 किसानों ने 919.07 करोड़ कर्ज ले लिया। यानि पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या में 4750 की कमी आई, लेकिन कर्ज की राशि में 177.68 करोड़ की बढ़ोतरी हो गई।
Published on:
09 Dec 2023 11:40 am
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