बिलासपुर. बिलासपुर स्मार्ट सिटी में व्यवस्थित यातायात के लिए 3 अलग-अलग जगह मल्टीलेवर कार पार्किंग की व्यवस्था कर दी गई, लेकिन यातायात में सबसे बड़े बाधक बन रहे हॉकरों के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड और न ही नगर निगम अधिकारियों ने आज तक कोई योजना नहीं बनाई है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 4000 वर्ग फुट की जमीन पर बिल्डिंग बनाई जा सकती है और इसे वेंडरों को किराये पर दिया जा सकता है। निगम के पास नए और पुराने क्षेत्रों में जमीन उपलब्ध है।
इससे नगर निगम की आय भी बढ़ जाएगी और लोगों को एक ही स्थान पर वेडरों से खरीदे जाने वाले सारे सामान मिल जाएंगे। नगर निगम सीमा क्षेत्र के विस्तार के बाद वेडरों की बाढ़ आ गई है। शहर के मुख्य चौक चौराहों में सुबह से लेकर देर रात तक वेडरों का कब्जा रहता है। खासकर नए क्षेत्रों में वेंडर सडक को घेरकर व्यवसाय करते हैं। इसके साथ ही शहर के फुटपाथ भी छूटे नहीं है, यहां भी लोग कब्जा कर व्यवसाय कर रहे हैं। इससे लगातार यातायात बाधित हो रहा है। लोगों के पैदल चलने और सड़क किनारे बाइक चालकों के लिए बनाई गई जगह पर वेंडरों का कब्जा होने से लगातार जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। एक तरफ बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों ने शहर के कलेक्टोरेट परिसर, कोतवाली थाना परिसर और पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र में मल्टीलेवल कार पार्किंग बनाने का काम शुरू कराया है। इससे वाहनों के पार्किंग की समस्या तो खत्म हो जाएगी, लेकिन वेंडरों और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के कब्जे से हो रही समस्या यथावत रहेगी।
नए क्षेत्रों में जमीन पर्याप्त
निगम में शामिल किए गए तिफरा नगर पालिका परिषद, सिरगिट्टी और सकरी नगर पंचायत समेत 15 ग्राम पंचायतों में सरकारी जमीन की कमी नहीं है। इस जमीन पर नगर निगम यदि 4-4 हजार वर्ग फुट की जमीन पर कमर्शियल काम्प्लेक्स बनाने के साथ इसे वेंडरों को किराये पर उपलब्ध करा दे तो इससे नगर निगम की आय में बढ़ोतरी हो जाएगी।
शहर हो जाएगा व्यवस्थित
वेंडरों के लिए हॉकर्स कार्नर बनाने से एक तरफ सड़क पर लगने वाले जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी साथ हीलोगों को एक ही स्थान पर वेंडरों से खरीदे जाने वाले सामान मिल जाएंगे। इससे लोगों को जाम में फंसना नहीं पड़ेगा और एक व्यवस्थित हाकर्स कार्नर होने से लोगों को खरीदारी में भी दिक्कत नहीं होगी।
महिला वेंडरों के लिए भी योजना नहीं
शहर में फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों में अधिकांश महिलाएं ही दिखाई देती है। इनकी संख्या 15 हजार से अधिक है। महिलाओं को एक ही स्थान पर सुबह से शाम तक बैठकर दुकान लगानी पड़ती है। वहीं पुरूष ठेले में घूम-घूमकर और मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे ठेले खड़े कर व्यवसाय कर रहे हैं। इनकी संख्या 25 हजार से अधिक ह।
नए क्षेत्रों में निगम के पास पर्याप्त जमीन है और इसका उपयोग भी हो सकता है। छोटे-छोटे कमर्शिलय काम्प्लेक्स बनाकर वेंडरों को आवंटित करने से शहर व्यवस्थित होने के साथ निगम का आय के साधन में बढ़ोतरी भी होगी।इसपर प्रस्ताव बनाकर एमआईसी में रखा जाएगा और फिर सामान्य सभा से पारित कराने के बाद राज्य शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
शेख नजीरूद्दीन
अध्यक्ष, नगर निगम